प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले साल की शुरुआत में होने जा रहे कुंभ मेले पर पूरी दुनिया की नजर है। धरती पर मानवों के इस सबसे बड़े जुटान में करोड़ों लोगों के आने की उम्मीद है। हालांकि बड़ी संख्या में ऐसे भी लोग हैं जो महाकुंभ जाने की इच्छा तो रखते हैं लेकिन किन्हीं कारणों से जा नहीं पाते। ऐसे लोगों के सपनों को साकार करने के लिए उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद स्थित भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान यानी कि IIIT जुटा हुआ है। IIIT आगामी महाकुंभ मेले के लिए कई परियोजनाओं पर काम कर रहा है, जिसमें से एक परियोजना लोगों को मेले का आभासी भ्रमण कराने की है।
‘होलोलेंस की मदद से देखा जा सकेगा पूरा महाकुंभ मेला’
IIIT के डायरेक्टर प्रोफेसर मुकुल शरद सुतावने ने प्रयागराज में संस्थान के 19वें दीक्षांत समारोह को लेकर कहा कि कुंभ मेले लिए संस्थान ‘ऑगमेंटेड रीयल्टी सॉफ्टवेयर’ तैयार कर रहा है। उन्होंने बताया कि इस सॉफ्टवेयर के बनने के बाद यूजर माइक्रोसॉफ्ट का ‘होलोलेंस’ यानी कि वर्चुअल रिएलिटी कैमरा पहनकर मेले में जाए बगैर पूरे मेला क्षेत्र को घूम सकता है और सभी चीजें देख सकता है। इसकी मदद से वह यह भी देख सकता है कि टेंट कहां लगे हैं, स्नान की व्यवस्था कहां है और रास्ते कहां से हैं। सुतावने ने बताया कि कुंभ मेले के लिए लगाए जा रहे AI कैमरों और अन्य IT उपकरणों के साथ ही यात्रियों के लिए बन रहे ऐप की जांच और सत्यापन की जिम्मेदारी IIIT इलाहाबाद को मिली है।
673 छात्र-छात्राओं को दीक्षांत समारोह में मिलेगी डिग्री
प्रोफेसर सुतावने ने 5 अक्टूबर को होने जा रहे 19वें दीक्षांत समारोह के बारे में बताया कि इसके मुख्य अतिथि IT कंपनी टेक महिन्द्रा के पूर्व CEO किरण देशपांडे होंगे, जबकि विशिष्ट अतिथि NETF, NBA के अध्यक्ष और NAC के डायरेक्टर प्रोफेसर अनिल सहस्त्रबुद्धे होंगे। सुतावने ने बताया कि कन्वोकेशन सेरिमनी में कुल 673 छात्र छात्राओं को विभिन्न डिग्रियां प्रदान की जाएंगी और संस्थान द्वारा 22 मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि दीक्षांत समारोह में 432 ग्रेजुएट और 195 पोस्ट-ग्रेजुएट छात्रों को उपाधियां दी जाएंगी और 30 रिसर्चर्स को PhD की उपाधि प्रदान की जाएगी। संस्थान के छात्र इंदर सोनू को चेयरमैन गोल्ड मेडल से सम्मानित किया जाएगा। (भाषा)