नई दिल्ली : देश में हाल के दिनों में सनातन का मुद्दा तेजी से उभरा है। तमिलनाडु के सीएम स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के बयान के बाद से सनातन का मुद्दा भारतीय राजनीति में गरमागरम बहस का विषय बन गया है। तमाम सियासी दल इस मुद्दे पर अपनी राय रख रहे हैं। वहीं राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो वोटों के ध्रुवीकरण में यह मुद्दा उत्प्रेरक का काम कर सकता है। इसी विषय पर इंडिया टीवी और सीएनएक्स का ताजा सर्वे सामने आया है। इस सर्वे के अनुमानों के मुताबिक अगर आज चुनाव हुए तो हिंदू वोटर की पहली पसंद एनडीए अलायंस होगी। इस सर्वे में 52 फीसदी हिंदू वोटरों ने एनडीए अलायंस के पक्ष में अपना मत व्यक्त किया। वहीं 29 प्रतिशत ने इंडिया अलायंस और 19 प्रतिशत हिंदू वोटरों ने अन्य के पक्ष में अपना मत दिया।
हिंदू वोट एकजुट हो रहा है?
वहीं जब इन मतदातओं के बीच यह सवाल रखा गया कि क्या सनातन पर I.N.D.I.A. अलायंस नेताओं की टिप्पणी से हिंदू वोट एकजुट हो रहा है? इस पर 72 प्रतिशत लोगों का जवाब था 'हां', 24 प्रतिशत लोगों ने 'नहीं' कहा जबकि 4 प्रतिशत लोगों का जवाब था-'पता नहीं'।
सनातन धर्म का सम्मान पहले से ज्यादा है?
सर्वे में और ज्यादा तह में जाने की कोशिश की कवायद के तहत मतदाताओं से जब यह सवाल पूछा गया कि क्या भारत में सनातन धर्म का सम्मान पहले से ज्यादा है? इस पर 70 प्रतिशत लोगों का जवाब था- 'हां', 23 प्रतिशत लोगों ने कहा 'नहीं' और 7 प्रतिशत लोगों ने कहा-'कह नहीं सकते'।
मुस्लिम वोट पर फर्क पड़ेगा?
वहीं संसद में रमेश बिधूड़ी के बयान के बाद के परिदृश्य में जब यह सवाल किया गया कि क्या बीजेपी नेताओं के अनाप-शनाप बयान से मुस्लिम वोट पर फर्क पड़ेगा? इसके जवाब में 84 प्रतिशत लोगों का जवाब- 'हां' था। तीन प्रतिशत लोगों ने 'नहीं' कहा जबकि 13 प्रतिशत लोगों का जवाब था-'पता नहीं'।