भोजपुरी स्टार निरहुआ ने ‘आप की अदालत’ के कटघरे में इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा के सवालों के जवाब दिए। इस दौरान उन्होंने बताया कि भैंस चराने वाला लड़का भोजपुरी का सुपरस्टार कैसे बन गया। उनके सफर में करिश्मा कपूर और मुख्तार अंसारी के शूटर का भी बड़ा योगदान रहा। निरहुआ ने यह भी कहा कि उन्होंने एक्टिंग की कोई क्लास नहीं ली। मुंबई जाकर डांस करना और लड़ाई करना सीखकर वह अभिनेता बन गए।
निरहुआ का सपना बड़ा अभिनेता बनने का नहीं था। वह हमेशा से ही गायक बनना चाहते थे। हालांकि, निरहुआ रिक्शावाला फिल्म के जरिए उन्हें लोकप्रियता मिली और वह बड़े स्टार बन गए।
कैसे स्टार बने निरहुआ ?
दिनेश लाल यादव ने बताया कि वह बचपन से ही खुद को राजा समझते थे और उन्हें घोड़े पर बैठने का शौक था। हालांकि, उनके घर में घोड़ा नहीं था और वह भैंस चराने जाते थे तो भैंस के ऊपर बैठकर गाते थे। काफी देर तक वह भैंस के ऊपर बैठकर गाते रहते थे। उनके पिता को लगता था कि बैंक कैशियर के पास सारा पैसा रहता है। उनके पिता चाहते थे कि निरहुआ पढ़ लिखकर कैशियर बन जाएं। निरहुआ को बचपन से ही करिश्मा कपूर की फिल्में पसंद थीं और वह उनकी हर फिल्म का पहला शो देखते थे।
मुख्तार के शूटर को पीटा
निरहुआ का एक एलबम सुपरहिट हुआ था, जिसमें निरहुआ शब्द का जिक्र था। निरहुआ का मतलब होता है सिंदूर। इस एलबम के हिट होने के बाद उनके शो में भीड़ होने लगी। वह गाना शुरू करने से पहले हमेशा ही प्रार्थना करते थे। एक बार एक व्यक्ति ने उनसे कहा कि सीधे गाना शुरू करो। निरहुआ ने ऐसा करने से मना कर दिया तो उसने उनकी कॉलर पकड़ ली। ऐसे में निरहुआ ने उसे उठाकर पटक दिया और शो रद्द हो गया। बाद में पता चला कि वह मुख्तार अंसारी का शूटर था। ऐसे में निरहुआ के बड़े भाई ने उन्हें मुंबई भेज दिया।
मुंबई में बने रिक्शावाला
निरहुआ ने मुंबई जाकर डांस और लड़ाई के सीन शूट करना सीखा। इसके बाद उन्हें फिल्म में काम करने का मौका मिला। वह डॉन का रोल भी कर सकते थे, लेकिन उन्होंने सोचा कि वह प्रोफेशनल अभिनेता नहीं हैं। उन्होंने ज्यादा कोर्स या क्लास नहीं की है। ऐसे में वह डॉन जैसे लगें या नहीं इस पर संदेह है, लेकिन रिक्शे में बैठेंगे तो रिक्शावाला जरूर लगेंगे। इसी वजह से उन्होंने निरहुआ रिक्शावाला फिल्म की और यहीं से वह स्टार बन गए।