कोलकाता: पश्चिम बंगाल की सरकार ने अगले साल के लिए छुट्टियों को कैलेंडर जारी कर दिया है। इस कैलेंडर में राज्यकर्मियों को कुल 150 दिनों की छुट्टियां मिलेंगी। दुर्गा पूजा और काली पूजा समारोहों के लिए 10-10 दिनों की छुट्टियां मिलेंगी। वित्त विभाग द्वारा छुट्टियों का कैलेंडर प्रकाशित किया गया।
दुर्गा और काली पूजा के लिए लंबी छुट्टियां
राज्य सरकार के कर्मचारियों को दुर्गा पूजा और लक्ष्मी पूजा के दौरान 12 दिनों की छुट्टी मिलेगी। यह अवकाश शुक्रवार 26 सितंबर को चतुर्थी और पंचमी (शनिवार, 27 सितंबर) के लिए दी गई छुट्टियों के साथ शुरू होता है। 28 सितंबर को रविवार है, जबकि सप्तमी, अष्टमी, नवमी और दशमी (सभी सरकारी अवकाश) क्रमशः 29 सितंबर, 30 सितंबर, 1 अक्टूबर और 2 अक्टूबर को मनाए जाएंगे। 2 अक्टूबर को गांधी जयंती भी है। तीन और चार अक्टूबर को अतिरिक्त छुट्टियां दी गई हैं।
काली पूजा में भी लंबी छुट्टी
5 अक्टूबर को रविवार है। 6 और 7 अक्टूबर को भी छुट्टी रहेगी। इस तरह से दुर्गा पूजा में कुल 12 दिनों की छुट्टी मिलेगी। इसके बाद कर्मचारी 8 अक्टूबर से 17 अक्टूर तक काम पर लौटेंगे। फिर कर्मचारियों को काली पूजा भातृ द्वितीया और छठ पूजा सहित 11 दिनों की छुट्टी मिलेगी। काली पूजा की छुट्टी 18 अक्टूबर को शुरू होगी, जो शनिवार है, हालांकि मुख्य उत्सव 20 अक्टूबर (सोमवार) को है।
21 और 22 अक्टूबर को काली पूजा के लिए अतिरिक्त छुट्टियों की घोषणा की गई है, इसके बाद 23 अक्टूबर को भातृ द्वितीया और 24 अक्टूबर को एक अतिरिक्त दिन की छुट्टी होगी। 25 और 26 अक्टूबर को वीकेंड हैं, जबकि 27 और 28 अक्टूबर को छठ पूजा की छुट्टियों के साथ यह अवकाश समाप्त हो जाएगा। राज्य कर्मचा 18 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक 11 दिनों का निर्बाध अवकाश रहेगा।
रविवार को पड़नेवाली छुट्टियां
बता दें कि वर्ष 2025 में सात छुट्टियां रविवार के साथ पड़ रही हैं। इनमें स्वामी विवेकानंद का जन्मदिन (12 जनवरी), गणतंत्र दिवस (26 जनवरी), सरस्वती पूजा (2 फरवरी), राम नवमी (6 अप्रैल), मुहर्रम (6 जुलाई), महालया (21 सितंबर) और दुर्गा पूजा की महा षष्ठी (28 सितंबर) शामिल हैं।