नई दिल्ली: IAS अधिकारी हीरालाल सामरिया भारत के सूचना आयुक्त बनाए गए हैं। वह देश के पहले दलित सूचना आयुक्त हैं। हीरालाल 1985 बैच के IAS अधिकारी हैं और मूल रूप से राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सूचना आयुक्त हीरालाल सामरिया को सोमवार को केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) के प्रमुख के रूप में शपथ दिलाई। वाई.के.सिन्हा का कार्यकाल तीन अक्टूबर को खत्म हो जाने के बाद यह पद रिक्त हो गया था।
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में एक समारोह के दौरान सामरिया को पद की शपथ दिलाई। सामरिया की मुख्य सूचना आयुक्त के रूप में नियुक्ति के बाद सूचना आयुक्त के आठ पद रिक्त हैं। आयोग में इस समय दो सूचना आयुक्त हैं।
कितने आयुक्त हो सकते हैं?
आरटीआई मामलों के सर्वोच्च अपीलीय प्राधिकरण केंद्रीय सूचना आयोग में एक मुख्य सूचना आयुक्त और अधिकतम 10 सूचना आयुक्त हो सकते हैं। उच्चतम न्यायालय ने केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) और राज्य सूचना आयोगों (एसआईसी) में रिक्त पदों को भरने के लिए कदम उठाने का केंद्र एवं राज्य सरकारों को निर्देश देते हुए 30 अक्टूबर को कहा था कि ऐसा नहीं होने पर सूचना का अधिकार कानून ‘निष्प्रभावी’ हो जाएगा।
प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) को राज्य सूचना आयोगों में मंजूर पदों, रिक्तियों और वहां लंबित मामलों की कुल संख्या सहित कई पहलुओं पर सभी राज्यों से सूचना एकत्र करने को कहा था। (इनपुट: भाषा से भी)