WORLD HINDI DAY: हिंदी (Hindi) के महत्व को पूरी दुनिया में बढ़ाने के लिए हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस ( World Hindi Day) के रूप में मनाया जाता है। 10 जनवरी 2006 को देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पहली बार विश्व हिंदी दिवस मनाया था। तब से हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। इस बार विश्व हिंदी दिवस का विषय 'एकता और सांस्कृतिक गौरव की वैश्विक आवाज' रखा गया है। वहीं हर साल 14 सितंबर को राष्ट्रीय हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
बिहार ने दिया आधिकारिक भाषा का दर्जा
हिंदी को सबसे पहले आधिकारिक भाषा का दर्जा बिहार ने दिया। बिहार ने उर्दू को हिंदी से रिप्लेस किया और इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया। इस तरह बिहार हिंदी को अपनाने वाला देश का पहला राज्य बना था। बिहार के बाद उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों ने भी यह कदम उठाया।
दुनिया में तीसरी सबसे ज्यादा बोली जानेवाली भाषा
दुनिया की 20 सबसे ज्यादा बोली जानेवाली भाषाओं में हिंदी तीसरे नंबर पर है। वर्ल्ड लैंग्वेज डेटाबेस के 22वें संस्करण इथोनोलॉज में यह बताया गया है कि दुनिया भर की 20 से ज्यादा बोली जानेवाली भाषाओं में हिंदी तीसरे स्थान पर है। दुनिया भर में सबसे ज्यादा बोली जानेवाली भाषा अंग्रेजी है और चीन की मंदारिन भाषा दूसरे नंबर पर है।
सरल, स्पष्ट और सहज
हिंदी को दुनिया की सबसे सरल, स्पष्ट और सहज भाषा माना जाता है। इस भाषा में व्याकरण से लेकर उच्चारण तक सबकुछ स्पष्ट है। यही वजह है कि अन्य भाषाओं के मुकाबले हिंदी सीखना काफी सरल माना जाता है।
हिंदी से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
- हिंदी परशियन शब्द हिंदू से बना है जिसका अर्थ है पवित्र नदियों की भूमि। साथ ही ऐसी भी मान्यता है कि सिंधु नदी के पास जो सभ्यता थी इसके कारण उस क्षेत्र के लोगों को हिंदू कहा जाने लगा और उनकी भाषा हिंदी कहलाई।
- वर्ष 2017 में ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने पहली बार बड़ा दिन, बच्चा, अच्छा, सूर्य नमस्कार, जैसे हिंदी शब्दों को शामिल किया
- अंग्रेजी ने योग, अवतार, लूट, जंगल, कर्म, शैंपू, ठग, गुरु आदि जैसे शब्द हिंदी से लिए।
- नेपाल, अमेरिका, बांग्लादेश, पाकिस्तान, जर्मनी, ब्रिटेन, यूएई, दक्षिण अप्रीका युगांडा, सूरीनाम, मॉरिशस, त्रिनिदाद, सूरीनाम जैसे देशों में भी हिंदी बोली जाती है।
- फिजी में हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा मिला हुआ है। यहां की हिंदी अवधी, भोजपुरी और अन्य बोलियों का मिलाजुला रूप है। इसे फिजियन हिंदी कहते हैं।
- हिंदी की सबसे बड़ी विशेषता-यहा भाषा सभी समुदायों और संस्कृतियों को एक सूत्र में बांधती है। हिंदी में संवाद करने से हम अपनी संस्कृति, परंपराओं और मूल्यों को आसानी से व्यक्त कर सकते हैं।