नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश के मंडी में स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) के निदेशक लक्ष्मीधर बेहरा ने अजीब बयान दिया है। IIT मंडी के निदेशक ने छात्रों से मांस नहीं खाने का संकल्प लेने का आह्वान किया और साथ ही ये दावा किया कि जानवरों पर क्रूरता के कारण प्रदेश में भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं हो रही हैं। IIT के निदेशक लक्ष्मीधर बेहरा के इस बयान को लेकर अब विवाद पैदा हो गया है। आईआईटी निदेशक का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
"अच्छा इंसान बनने के लिए, मांस खाना बंद करें"
लक्ष्मीधर बेहरा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘अगर हम ऐसा करते रहे तो हिमाचल प्रदेश में और गिरावट आएगी। आप वहां जानवरों को मार रहे हैं। निर्दोष जानवरों को। इसका पर्यावरण के क्षरण के साथ ही सहजीवी संबंध भी है, जिसे आप अभी नहीं देख सकते लेकिन ऐसा है।’’ बेहरा ने कहा, "बार-बार भूस्खलन, बादल फटना और कई अन्य चीजें हो रही हैं, ये सभी पशुओं पर क्रूरता का प्रभाव है। लोग मांस खाते हैं।" उन्होंने कहा, "अच्छे इंसान बनने के लिए, आपको क्या करना चाहिए । मांस खाना बंद करें।’’ उन्होंने छात्रों से मांस नहीं खाने का संकल्प लेने का आह्वान किया।
"70 वर्षों में जो कुछ भी बनाया ये उसे भी नष्ट कर देंगे"
इंटरनेट पर लक्ष्मीधर बेहरा का ये बयान खासा वायरल हो रहा है और इसको लेकर आईआईटी के निदेश की खूब आलोचना भी हो रही है। हालांकि इस विवाद पर बेहरा की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। उद्यमी और आईआईटी दिल्ली के पूर्व छात्र संदीप मनुधने ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, "पतन पूरा हो गया है। ये अंधविश्वासी मूर्ख 70 वर्षों में जो कुछ भी बनाया गया था उसे भी नष्ट कर देंगे।" बायोफिज़िक्स के प्रोफेसर गौतम मेनन ने बेहरा के बयान को बेहद दुखद बताया।
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब बेहरा के बयानों से विवाद खड़ा हुआ है। पिछले साल, वह उस समय भी सुर्खियों में थे, जब उन्होंने दावा किया था कि मंत्रों का जाप कर उन्होंने अपने एक दोस्त और उसके परिवार को बुरी आत्माओं से छुटकारा दिलाया था।
(इनपुट- PTI)
ये भी पढ़ें-
चंद्रपुर के जंगल में बाघ के दो शावकों की मौत, एक अधमरी हालत में मिला; मां से बिछड़ने के कारण गई जान