हिमाचल प्रदेश में कुदरत कहर बनकर टूट रही है। पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश और लैंडस्लाइड ने ज़बरदस्त तबाही मचा दी है। पिछले 72 घंटे के अंदर हिमाचल में 60 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। मौत का ये आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। मौसम विभाग ने हिमाचल के कई हिस्सों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। शिमला, सोलन और मंडी समेत 6 ज़िलों में अगले 24 घंटे मुसीबत वाले हैं। इन इलाकों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश होने की भी संभावना है।
राजधानी शिमला में भयानक डिजास्टर
हिमाचल के कई ज़िलों में लगातार लैंडस्लाइड की तस्वीरें सामने आ रही हैं। शिमला में कई मकान लैंडस्लाइड में धवस्त हो चुके हैं। शिमला के समर हिल इलाके में लैंडस्लाइड में एक मंदिर पूरी तरह तबाह हो चुका है। मंडी में भी बुरा हाल है। शिमला कालका रेलवे ट्रैक लैंडस्लाइड की वजह से उखड़ गया है। राजधानी शिमला के कृष्णा नगर इलाक़े में लैंडस्लाइड की वजह से कई बिल्डिंग भरभराकर ज़मीन में धंस गई। इस हादसे में एक स्लॉटर हाउस और पहाड़ी पर बने कई घर गिर गए। स्लॉटर हाउस पूरी तरह मलबे में तब्दील हो गया है। पहले एक पेड़ इसकी बिल्डिंग पर गिरा और फिर इसकी चपेट में कई और मकान आ गए। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, स्थानीय पुलिस और होम गार्ड द्वारा बचाव अभियान जारी है। एसडीएम शिमला (शहरी) भानु गुप्ता का कहना है कि अब तक 12 शव बरामद कर लिए गए हैं।
मंडी और फागली में लैंडस्लाइड और फ्लैश फ्लड
शिमला की तरह ही मंडी से भी कुछ ऐसी ही तस्वीर आई। यहां के सरकाघाट इलाके में जमीन धंसने से तीन मंजिल का पूरा का पूरा मकान नेस्तनाबूद हो गया। घर में रहने वालों को इतना मौका भी नहीं मिला कि वो अपना सामान हटा पाते। मकान के गैरेज में खड़ी गाड़ी भी मकान के साथ ही नीचे आ गई। हालात ये हैं कि प्रशासन जब तक एक सड़क खोल पाता है, तब तक 10 और बंद हो जा रही हैं। इसके अलावा फागली में भी कई मकान फ्लैश फ्लड की चपेट में आ गए। फागली में आया फ्लैश फ्लड इतना तेज था कि अपने साथ कालका शिमला रेलट्रैक के नीचे बने पुल को ही अपने साथ बहा ले गया। 120 साल पुराना ये रेलवे ट्रैक हवा में झूल रहा है।
स्कूल, कॉलेज और सरकारी संस्थान रहेंगे बंद
हिमाचल कुदरत के कहर के बाद सभी स्कूल और कॉलेज आज बंद रहेंगे। इसके अलावा सरकारी संस्थान भी बंद करने के आदेश दिए गए हैं। मौसम विभाग की मानें तो अगले 24 घंटों में भारी बारिश की संभावना है। लिहाजा कुछ इलाकों के लिए रेड अलर्ट भी जारी किया गया है। हिमाचल के कई जिलों में भूस्खलन, बाढ़ और बारिश से संपत्तियों को बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है।
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