हिमाचल प्रदेश में प्रकृति का कहर जारी है। लाहौल-स्पीति में एक बार फिर बादल फटने की घटना सामने आई है। भारी बारिश से डांग और शिचिलिंग गांव में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बादल फटने से लोगों के सामने कई सारी समस्या खड़ी हो गई हैं। रोजमर्रा की चीजों के लिए लोगों को संघर्ष करना पड़ रहा है। बादल फटने की वजह से कई सारी सड़कें बाधित हो गई हैं। राहगीर घंटों जाम में फंसे हुए नजर आ रहे हैं।
मलबे से ढक गया पूरा इलाका
जानकारी के मुताबिक, लाहौल-स्पीति में एनएच-505 पर माने डांग और शिचिलिंग की पहाड़ियों में बादल फट गया। इसकी वजह से यहां बहने वाले नालों में पानी का बहाव तेज हो गया और अचानक बाढ़ आई। मौसम के ऐसे रौद्र रूप से नदी-नाले उफान पर हैं। घर, खेत और दुकान सभी जगह पानी का सैलाब है। स्पीति के सगनम गांव में जगह-जगह चट्टानें बिखरी हुई नजर आ रही हैं। आसपास का पूरा इलाका मलबे से ढका हुआ दिखाई दे रहा है।
लाहौल स्पीति पर कुदरत की मार से स्थानीय लोग बेहद चिंतित हैं। उन्हें अपने सुरक्षा की चिंता सता रही है। मौसम विभाग ने अगले सप्ताह तक भारी बारिश की आशंका जताई है। मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की जा रही है।
अब तक 10 की गई जान, 50 से ज्यादा लोग लापता
बता दें कि हिमाचल में बादल फटने से अब तक 10 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं करीब 50 से ज्यादा लोग अब तक लापता हैं। लोगों की खोज जारी है। ड्रोन कैमरे की मदद से लापता लोगों की तलाश की जा रही है। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और चिकित्सक टीम मौजूद हैं। पीड़ित लोगों के लिए खाना-पानी समेत आवश्यक चीजें उपलब्ध कराई जा रही हैं। उनकी मदद के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। प्रशासन हालात को काबू में करने का लगातार प्रयास कर रहा है। (IANS इनपुट्स के साथ)