शिमला: हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान हुई भारी बारिश ने जनजीवन को अस्तव्यस्त कर दिया। भारी बारिश के कारण 15 सड़कें वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दी गईं। इसके साथ ही मौसम विभाग ने अगले चार दिन यानी 28 जुलाई तक अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है। भारी बारिश के चलते जिन 15 सड़कों को वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है उनमें मंडी की 12, किन्नौर की दो और कांगड़ा जिले की एक सड़क शामिल हैं। इसके अलावा राज्य में 62 ट्रांसफॉर्मर पर भी असर पड़ा है।
राज्य के कई हिस्सों में रुक-रुककर बारिश
मौसम विभाग ने तेज हवाओं और निचले इलाकों में जलभराव के कारण राज्य में बागानों और फसलों, कमजोर तथा कच्चे घरों को होने वाले नुकसान के बारे में भी चेतावनी दी है। भारत मौसम विज्ञान केंद्र के शिमला कार्यालय के अनुसार, राज्य के कई हिस्सों में रुक-रुककर बारिश हुई।
बैजनाथ में सबसे अधिक 85 मिलीमीटर बारिश
मंगलवार शाम से 24 घंटे की अवधि में बैजनाथ में सबसे अधिक 85 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसके बाद पालमपुर (25.2 मिलीमीटर), जोगिंदरनगर (18 मिलीमीटर), धर्मशाला (10.4 मिलीमीटर), हमीरपुर (आठ मिलीमीटर), पावंटा साहिब (7.6 मिलीमीटर), सैंज और काहू (7.5 मिलीमीटर प्रत्येक), कसौली (7.4 मिलीमीटर) और शिमला (5.6 मिलीमीटर) में बारिश दर्ज की गई।
वर्षा जनित घटनाओं में अबतक 49 लोगों की मौत
आपातकालीन परिचालन केंद्र ने कहा कि राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में अब तक 49 लोगों की मौत हो चुकी है और 27 जून से जारी मानसून में लगभग 389 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। जनजातीय जिला लाहौल और स्पीति का कुकुमसेरी मंगलवार रात 10.2 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ सबसे ठंडा रहा, जबकि ऊना दिन में सबसे गर्म रहा जहां तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। (भाषा)