Highlights
- अमेरिका स्थित Pew Research Center ने 2019-20 में किया सर्वे
- 89 फीसदी मुस्लिम महिलाएं घर से बाहर निकलते समय ढंकती हैं सिर
- 59 फीसदी हिंदू महिलाएं भी घर से निकलते समय ढंकती हैं सिर
नयी दिल्ली: कर्नाटक के शिक्षण संस्थान से शुरू हुआ हिजाब का विवाद अब देश के दूसरे हिस्सों में भी फैल रहा है। हालांकि इस विवाद को लेकर कर्नाटक हाईकोर्ट का अंतरिम आदेश आ चुका है जिसमें कहा गया है कि जब तक कोर्ट इस मामले पर सुनवाई पूरी कर कोई फैसला न दे, तबतक शिक्षण संस्थानों में किसी भी तरह के धार्मिक वस्त्रों के इस्तेमाल की इजाजत नहीं होगी। यानी स्कूल या कॉलेज में छात्राएं अब फिलहाल हिजाब लगाकर नहीं जा सकेंगी। हालांकि हाईकोर्ट के इस आदेश के बाद भी कई जगह स्कूल और कॉलेजों में हिजाब में पहुंची छात्राओं को स्कूल-कॉलेजों में प्रशासन से जुड़े लोगों के साथ बहस करते हुए देखा गया।
हिजाब के इस विवाद के बीच एक सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर देश में कितनी मुस्लिम महिलाएं हिजाब, नकाब या बुर्का का इस्तेमाल करती हैं। इन सवालों का जवाब अमेरिका स्थित Pew Research Center के एक सर्वे से मिलता है। वर्ष 2019-20 में यह सर्वे किया गया था। इस सर्वे में महिलाओं के सिर ढंकने, नकाब लगाने या बुर्का पहनने जैसे विषय को भी शामिल किया था। सर्वे की रिपोर्ट वर्ष 2021 में पब्लिश हुई थी।
इस सर्वे के मुताबिक 89 फीसदी मुस्लिम महिलाएं घर से बाहर निकलते समय अपना सिर ढंकती हैं, यानी वो हिजाब, बुर्का या नकाब लगाकर ही घर से निकलती हैं। वहीं सिख महिलाओं की बात करें तो करीब 86 फीसदी सिख महिलाएं घर से बाहर निकलते समय अपना सिर ढंकती हैं। वहीं 59 फीसदी हिंदू महिलाएं भी घर से निकलते समय अपने सिर को ढंकती हैं। जबकि 30 फीसदी बौद्ध महिलाएं और 21 फीसदी ईसाई महिलाएं भी घर से बाहर जाते समय सिर ढंकती हैं।
Pew Research Center के इस सर्वे के दौरान जब मुस्लिम महिलाओं से यह पूछा गया कि वह घर से निकलते समय किस तरह से अपना सिर ढंकती हैं, इस पर 64 फीसदी महिलाओं ने कहा कि वे बुर्के का इस्तेमाल करती हैं, 12 फीसदी महिलाओं ने नकाब और 8 फीसदी ने हिजाब पहनने की बात मानी थी। इस सर्वे के मुताबिक पूर्वी भारत में सबसे ज्यादा 92 फीसदी मुस्लिम महिलाओं ने सिर ढंकने की बात कही थी।
आपको बता दें कि हिजाब विवाद को लेकर पहले ही अमेरिका को भारत की ओर से यह कहा जा चुका है कि हिजाब को लेकर वह भारत के आंतरिक मामलों में दखल न दे। हिजाब का विवाद भारत का आंतरिक मामला है और यह अदालतों के पास विचाराधीन है। इस मामले किसी तरह के हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति बायडेन के प्रशासन से जुड़े एक अधिकारी ने भारत में चल रहे हिजाब विवाद पर सवाल उठाया था।