Highlights
- भारत ने साफ किया कि संवैधानिक ढांचे और लोकतांत्रिक लोकाचार के अनुरूप ऐसे मसलों को हल किया जाता है।
- ड्रेस विवाद को लेकर OIC के महासचिव ने भारत से मुस्लिम समुदाय की सुरक्षा, संरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने को कहा था।
- अरिंदम बागची ने कहा कि भारत के खिलाफ अपने नापाक प्रचार को आगे बढ़ाने के लिए निहित स्वार्थों द्वारा OIC का ‘दुरुपयोग’ जारी है।
नयी दिल्ली: भारत ने मंगलवार को हिजाब पहनने को लेकर पैदा हुए ड्रेस विवाद मामले में ‘भ्रामक’ टिप्पणी पर इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) पर निशाना साधा। भारत ने साफ किया कि संवैधानिक ढांचे और लोकतांत्रिक लोकाचार के अनुरूप ऐसे मसलों को हल किया जाता है। कर्नाटक के कुछ स्कूलों में ड्रेस विवाद को लेकर OIC के महासचिव ने भारत से मुस्लिम समुदाय की सुरक्षा, संरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने को कहा था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत के खिलाफ अपने नापाक प्रचार को आगे बढ़ाने के लिए निहित स्वार्थों द्वारा OIC का ‘दुरुपयोग’ जारी है।
विदेश मंत्रालय ने OIC को दिया करारा जवाब
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत में मुद्दों को संवैधानिक ढांचे और तंत्र के साथ-साथ लोकतांत्रिक लोकाचार और राजनीति के अनुसार हल किया जाता है। उन्होंने कहा, ‘OIC सचिवालय की सांप्रदायिक मानसिकता उसे वास्तविकता के उचित मून्यांकन की अनुमति नहीं देती। भारत के खिलाफ अपने दुष्प्रचार को आगे बढ़ाने के लिए निहित स्वार्थों द्वारा OIC का दुरुपयोग जारी है।’ प्रवक्ता ने कहा कि इससे नुकसान केवल OIC की प्रतिष्ठा को पहुंचा है। बता दें कि इसके पहले भारत के कुछ हिस्सों में स्कूल की कक्षाओं में हिजाब पहनने की मांग को लेकर हो रहे प्रदर्शनों पर ओआईसी ने प्रतिक्रिया दी थी।
OIC के महासचिव ने जारी किया था बयान
मुस्लिम देशों के संगठन OIC ने हिजाब के अलावा हरिद्वार में हुई धर्म संसद में मुसलमानों के खिलाफ कथित आपत्तिजनक बयानों और मुस्लिम महिलाओं को ऑनलाइन निशाना बनाए जाने की खबरों पर भी बयान जारी किया था। OIC के महासचिव हुसैन इब्राहिम ताहिर ने संयुक्त राष्ट्र से इन मामलों को लेकर जरूरी कदम उठाने के लिए अपील की थी। OIC ने हरिद्वारा धर्म संसद में दिए गए बयानों, मुस्लिम महिलाओं को ऑनलाइन निशाना बनाए जाने और कर्नाटक में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनने पर प्रतिबंध को लेकर गंभीर चिंता जताई थी।