Highlights
- कर्नाटक में हिजाब पहनकर स्कूल कॉलेज में एंट्री पर हो रहा विवाद
- असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- क्यों दी जा रही है बच्चियों को तकलीफ
- उनकी प्रतिष्ठा (Dignity) की धज्जियां क्यूँ उड़ाई जा रही हैं?- ओवैसी
कर्नाटक में हिजाब पहनकर स्कूल कॉलेज में एंट्री का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले पर राजनीतिक दलों की भी अलग-अलग प्रतिक्रिया आ रही है। AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी की भी इस पर प्रतिक्रिया आई है। ओवैसी ने ट्वीट करके एक नया दावा किया है और साथ ही कर्नाटक की छात्रों को तकलीफ देने का भी आरोप लगाया है।
ओवैसी ने अपने ट्वीट में लिखा, '2019 में आयरलैंड ने पुलिस वर्दी में हिजाब और पगड़ी की इजाज़त दी थी। मोदी सरकार ने फैसले को प्रवासी भारतीयों के हित में बताते हुए उसका स्वागत किया था। अगर आयरलैंड के लिए ये 'ऐतिहासिक' था तो कर्नाटक की बच्चियों से तकलीफ क्यूँ? उनकी प्रतिष्ठा (Dignity) की धज्जियां क्यूँ उड़ाई जा रही हैं?'
इससे पहले भी ओवैसी का ऐसा ही बयान सामने आया था। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था, 'अगर हमारी बेटियां ये फैसला करती हैं कि अब्बा या अम्मी मैं हिजाब पहनना चाहती हूं। अब्बा-अम्मी भी कहेंगे कि बेटा तू पहन हिजाब हम भी देखेंगे कि तुझे कौन रोकता है। हिजाब पहनेंगे और कॉलेज जाएंगे, डॉक्टर भी बनेंगे, कलेक्टर भी बनेंगे, एसडीएम भी बनेंगे, बिजनेसमैन भी बनेंगे और एक दिन तुम याद रखना, शायद मैं ज़िंदा नहीं रहूंगा, तुम देखना इस देश की बच्ची हिजाब पहनकर प्रधानमंत्री बनेगी।'