अरब सागर में कोच्चि की समुद्री सीमा में बहुत बड़ी मात्रा में ड्रग्स पकड़ा गया है। ये अब तक के सबसे बड़े ऑपरेशन में से है जिसे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने भारतीय नौसेना के साथ अंजाम दिया। NCB और भारतीय नौसेना ने इस ऑपरेशन में लगभग 2500 किलोग्राम उच्च शुद्धता मेथामफेटामाइन को जब्त किया है, जिसकी कीमत लगभग 12000 करोड़ रुपये है। ये अब तक की सबसे बड़ी रिकवरी मानी जा रही है। इस ऑपरेशन में एक संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक को हिरासत में लिया गया है।
'देश में मेथामफेटामाइन की सबसे बड़ी जब्ती'
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी NCB के मुताबिक ये एनसीबी द्वारा की गई तीसरी बड़ी जब्ती है। इसके बाद ये देश में मेथामफेटामाइन की सबसे बड़ी जब्ती है। ये ऑपरेशन एक भारतीय एजेंसी द्वारा ड्रग्स ले जाने वाली 'मदरशिप' का पहला इंटरसेप्शन था। ऑपरेशन समुद्रगुप्त में जब्त किया गया ड्रग्स अफगानिस्तान में होने वाले ड्रग्स की समुद्री तस्करी को टारगेट करता है। कार्रवाई में जब्त किए पैकेट्स पर Haji Dawood and Sons लिखा हुआ पाया गया है।
मुंद्रा बंदरगाह से पकड़ी गई थी 3000 किलो हेरोइन
बता दें कि इससे पहले साल 2021 में जब्त की गई हेरोइन से जुड़े मुंद्रा बंदरगाह मादक पदार्थ बरामदगी मामले में NIA ने शुक्रवार को ही तीसरी चार्जशीट दाखिल की है। गौरतलब है कि साल 2021 में मुंद्रा बंदरगाह पर 2,988 किलोग्राम हेरोइन पकड़ी गई थी। इस मामले में अब तक कुल 42 व्यक्तियों और सात कंपनियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया गया है। शुरुआत में यह मामला 13 सितंबर, 2021 को राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) की गुजरात स्थित गांधीधाम इकाई द्वारा दर्ज किया गया था। यह खेप कथित तौर पर ईरान के बंदरगाह शहर बंदर अब्बास के रास्ते अफगानिस्तान से भारत में तस्करी कर लाई गई थी। एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि पंजाब के अमृतसर निवासी पंकज वैद्य उर्फ अमित के खिलाफ अहमदाबाद स्थित एनआईए की विशेष अदालत में पूरक आरोपपत्र दाखिल किया गया।