रांची: ईडी के कई समन को नजरंदाज कर रहे झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बुधवार को गिरफ्तार कर ही लिया गया। ईडी ने उन्हें एक जमीन घोटाले में गिरफ्तार किया है। उन्हें आज यानि गुरुवार को स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा, जहां ED 14 दिनों की रिमांड की मांग करेगी। वहीं सोरेन ने गिरफ्तार होने से पहले राजभवन जाकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसे राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया था।
सोरेन झारखंड के कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने हुए
हालांकि इस्तीफा देने के बाद भी हेमंत सोरेन झारखंड के कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने हुए हैं। कानून के अनुसार, किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री का पद खाली नहीं रह सकता है। इस्तीफा देने के बाद राज्यपाल सीएम को कार्यवाहक सीएम बनाए रखते हैं। वहीं जब अगले सीएम को शपथ दिला दी जाती है, उसके बाद पिछले सिअमे कार्यवाहक सीएम बने रहेंगे।
चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया गया
यही पूरा क्रम झारखंड में बन हुआ है। हेंमत सोरेन ने इस्तीफा दे दिया है। वहीं चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। चंपई सोरेन अब झारखंड के नए मुख्यमंत्री होंगे। लेकिन राज्यपाल ने उन्हें अभी शपथ नहीं दिलाई है। JMM के विधायक उन्हें तुरंत ही शपथ दिलाने के लिए बुधवार रात को राजभवन में हंगामा करते रहे। लेकिन राज्यपाल ने कोई फैसला नहीं लिया।
मामले में अब तक 14 लोग गिरफ्तार
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन के खिलाफ मनी लांड्रिंग और भूमि माफिया के साथ उनके कथित संबंधों के अलावा कुछ अचल संपत्तियों के कथित अवैध कब्जे के आरोप हैं। केंद्रीय एजेंसी ED के अनुसार, यह जांच झारखंड में माफियाओं द्वारा भूमि के स्वामित्व को अवैध रूप से बदलने के एक बड़े रैकेट से जुड़ी है। ईडी ने इस मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 2011 बैच के आईएएस अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं, जो राज्य के समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त के रूप में कार्यरत थे।