उत्तराखंड के बद्रीनाथ धाम में अलकनंदा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। यात्रियों व स्थानीय लोगों की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वो नदी किनारे न जाएं। साथ ही तप्तकुंड को भी खाली करा दिया गया है। ऊपरी इलाकों में हुई बारिश के कारण दोपहर बाद नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया। जिसके चलते अलकनंदा तप्तकुंड से मात्र 6 फीट नीचे बह रही थी। तप्तकुंड तक अलकनंदा के जलस्तर पहुंचने के आशंका को देखते हुए पुलिस ने मुनादी कर लोगों को सतर्क किया है। पुलिस ने तप्तकुंड को भी खाली करवा दिया है।
रात में नदी का जलस्तर और बढ़ने की आशंका
नदी का जलस्तर बढ़ने से बद्रीनाथ धाम में मास्टर प्लान के कार्यों के लिए बनाया गया वैकल्पिक मार्ग बह गया है। इससे इस क्षेत्र में रिवर फ्रंट का काम बंद हो गया है। यहां पर कंपनी की कुछ मशीनें भी फंसी होने की भी खबर हैं। डंपर, जेसीबी मशीन और मजदूरों को कार्यस्थल तक पहुंचाने के लिए यह मार्ग बनाया गया था। ऐसे में दूसरी जगह से वैकल्पिक मार्ग तैयार करने की कोशिश की जा रही है, जिससे रिवर फ्रंट का काम फिर से शुरू किया जा सके। रात में नदी का जलस्तर और बढ़ने की आशंका है।
कई जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
उत्तराखंड में मानसूनी बारिश जारी है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। देहरादून, पौड़ी, पिथौरागढ़, नैनीताल और बागेश्वर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। ऑरेंज अलर्ट को देखते हुए कई क्षेत्रों में सभी निजी और सरकारी स्कूलों की छुट्टी के आदेश दिए गए हैं। मौसम विभाग ने लोगों से बहुत जरूरी होने पर ही पहाड़ी मार्गों पर सफर करने की अपील की है।
अभी मानसून की शुरुआत ही हुई है लेकिन शुरुआती दौर में ही जगह-जगह बारिश के कारण नुकसान हो रहा है। उधर भारी बारिश के कारण नीति घाटी के सुरईथोटा में भी कहर बरपा है। (IANS इनपुट्स के साथ)
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