Highlights
- दिलबाग सिंह ने कहा कि घटना में शामिल लोगों की पहचान करने के लिए काम कर रही है।
- सिंह ने कहा कि शुरुआती सुराग मिले हैं और पुलिस उन पर काम कर रही है।
- डीजीपी ने कहा कि पुलिस कर्मियों को निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वे रक्षा कर रहे हैं।
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) दिलबाग सिंह ने शनिवार को कहा कि बांदीपोरा में 2 पुलिसकर्मियों की शुक्रवार को की गई हत्या के मामले में पुलिस को शुरुआती सुराग मिले हैं और वह इसमें शामिल लोगों की पहचान करने के लिए काम कर रही है। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को हुए आतंकवादी हमले में 2 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। केंद्र शासित प्रदेश के पुलिस प्रमुख शहीद हुए 2 जवानों में से एक के परिवार से मुलाकात करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।
‘पुलिस को कुछ शुरुआती सुराग मिले हैं’
सिंह ने कहा, ‘शुरुआती सुराग मिले हैं और पुलिस उन पर काम कर रही है और जल्द ही इस हमले में शामिल लोगों को निष्क्रिय कर देंगे। हमें कुछ सुराग मिले हैं और पुलिस हमले के पीछे शामिल लोगों की पहचान करने के लिए कार्य कर रही है।’ सिंह ने बताया कि इस हमले में शामिल लोगों को जल्द कानून के कठघरे में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों को निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वे रक्षा कर रहे हैं और लोगों के कल्याण के लिए कार्य कर रहे हैं।
‘हम आतंकवादियों को जवाब देंगे’
सिंह ने कहा, ‘आतंकवादियों और पाकिस्तानी तत्वों को इससे दर्द हो रहा है और जब कोई स्थानीय लोगों और आतंकवादियों के बीच आता है तो वे परेशान हो जाते हैं। पुलिस आतंकवादियों से लोगों की रक्षा के लिए काम कर रही है। पुलिस और सेना, BSF (सीमा सुरक्षा बल), CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) के हमारे जवान संयुक्त रूप से आतंकवादियों को दूर रख रहे हैं। यही उनकी (आतंकवादियों) हताशा है जिसकी वजह से ये हत्याएं हो रही हैं। हम उनको जवाब देंगे।’
‘पुलिस 30 साल से लड़ाई लड़ रही है’
DGP ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस गत 30 साल से यह लड़ाई लड़ रही है और ‘यह हमारी जिम्मेदारी है कि लोगों की जान और संपत्ति की रक्षा की जाए।’ उत्तरी कश्मीर में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि कुछ स्थानों पर पाकिस्तान द्वारा हाल में घुसपैठ हुई और कुछ पाकिस्तानी चरमपंथी सीमा के इस पार घुसपैठ कर आए हैं।
‘आतंकवादी हमारे निशाने पर हैं’
सिंह ने कहा, ‘आतंकवादी हमारे निशाने पर हैं और आपने देखा कि उनमें से कुछ अभियान में मारे गए। मुझे उम्मीद है कि पाकिस्तानी आतंकवादियों को जिन्होंने हाल में घुसपैठ की है जल्द ही निष्क्रिय कर दिया जाएगा क्योंकि उनके खिलाफ अभियान चल रहा है। पाकिस्तान का आतंकवादियों को प्रायोजित करने का मुख्य मकसद किसी की हत्या करना और लोगों के जीवन और उनकी संपत्ति को क्षति पहुंचाना है।’