चंडीगढ़: हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर सीएम मनोहर लाल खट्टर का बयान सामने आया है। सीएम खट्टर ने कहा, 'मैंने पहले भी बोला था और अब भी बोल रहा हूं कि किसी के खिलाफ आरोप लगाए जाने पर उस व्यक्ति के खिलाफ FIR दर्ज होना, उस व्यक्ति को दोषी साबित नहीं करता है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है।' खट्टर ने कहा, 'वो (संदीप सिंह) अभी भी मंत्री हैं। मेरी उस लड़की या फिर मंत्री से कोई बात नहीं हुई है। मगर मैंने मंत्री को संदेश भेजा है कि आपको अब अपने विभाग का काम संभालना चाहिए।'
खट्टर ने कहा, 'जिस दिन ये प्रेस वार्ता हुई है उसी दिन मंत्री ने DGP को स्वयं पत्र लिखा कि मेरे खिलाफ षडयंत्र रचा जा रहा है और एक राजनीतिक पार्टी के कार्यालय में प्रेस वार्ता की जा रही है। इसकी जांच कराई जाए। पुलिस जो भी जांच करेगी उसके मुताबिक कार्रवाई होगी।' खट्टर ने कहा, 'उन्होंने (संदीप सिंह) खुद कहा था कि जब तक दूध का दूध और पानी का पानी नहीं हो जाता है मैं खेल मंत्री नहीं रहूंगा। मगर वो अभी भी मंत्री है और उनके पास मुद्रण और स्टेशनरी विभाग है।'
क्या है पूरा मामला
हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह पर उत्पीड़न और छेड़छाड़ मामले में जांच तेजी से चल रही है। मामले में चंडीगढ़ पुलिस की SIT ने महिला कोच से करीब 8 घंटे पूछताछ भी की थी। महिला कोच ने SIT के सामने पेश होने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा था कि इस केस को वापस लेने के लिए 1 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया है।
महिला कोच ने कहा था कि मुझ पर चुप रहने का दबाव बनाया जा रहा है। उसने कहा, 'मुझे फोन कॉल आ रहे हैं कि मैं देश छोड़कर किसी दूसरे देश में चली जाऊं। मुझे एक महीने के लिए 1 करोड़ रुपए मिलेगा। मुझे अपनी शिकायत वापस नहीं लेने के लिए कहा गया है, लेकिन चुप रहने और किसी दूसरे देश में चले जाने के लिए कहा गया।' महिला कोच ने ये भी कहा था, 'मैंने मुख्यमंत्री का बयान सुना और वे खुद संदीप सिंह का बचाव कर रहे हैं।'
CM पर जांच को प्रभावित करने का आरोप
महिला कोच ने दावा किया था कि सीएम मनोहर लाल खट्टर जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। जब तक मंत्री इस्तीफा नहीं देते, तब तक यह मामला पक्षपातपूर्ण रहेगा। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ पुलिस ने मुझ पर किसी तरह का दबाव नहीं बनाया, लेकिन हरियाणा पुलिस मुझ पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है।