Highlights
- STF ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक गैंगस्टर को गिरफ्तार किया
- पुलिस टीम ने मौके पर छापा मारा और मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया
- आरोपी के बब्बर खालसा समूह और अंकुश कमालपुर गिरोह से भी संबंध
हरियाणा पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक गैंगस्टर को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है और उसके पास से विदेशी निर्मित हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है। STF अंबाला की टीम ने सदर करनाल इलाके में तलाशी अभियान चलाया जहां से उन्होंने मोस्ट वांटेड अपराधी को दबोचा है। टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि करनाल जिले का निवासी मुकेश और अंकुश कमालपुर गिरोह और लॉरेंस समूह का सक्रिय सदस्य हैं जो बड़ी मात्रा में अवैध हथियार लाए हैं, जिन्हें कथित तौर पर पाकिस्तान से एक ड्रोन द्वारा भेजा गया था।
लॉरेंस बिश्नोई समूह सहित अन्य गिरोह से है संबंध
सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने मौके पर छापा मारा और मुठभेड़ के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। मुकेश के पास से कुल चार विदेशी पिस्तौल, खाली खोल और 10 कारतूस बरामद किए गए। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि आरोपी के बब्बर खालसा समूह, लॉरेंस बिश्नोई समूह और अंकुश कमालपुर गिरोह से संबंध हैं। आरोपियों ने गैंगस्टर दमनजोत सिंह उर्फ कहलों और वीरेंद्र सांबी से अवैध हथियार खरीदे थे, जो फिलहाल विदेश में रह रहे हैं।
11 सितंबर को गिरफ्तार हुए थे तीन शार्पशूटर
दिल्ली पुलिस(Delhi Police) ने 11 सितंबर को लॉरेंस बिश्नोई(Lawrence Bishnoi)-गोल्डी बराड़(Goldy Brar) गिरोह के तीन शार्पशूटर को बरवाला-बवाना रोड के पास से गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार शार्पशूटर की पहचान हरियाणा के झज्जर निवासी नवीन (23), मनोज (28) और करमबीर (28) के रूप में हुई है।
पुलिस पर की तीन से चार राउंड फायरिंग
अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस ने शनिवार शाम करीब चार बजे बरवाला-बवाना मार्ग पर हेलीपैड के पास से तीनों को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने की चेतावनी देने के बावजूद तीनों ने बचने के लिए अपनी पिस्तौल से तीन से चार राउंड गोलीबारी की। अधिकारियों के अनुसार, गोलीबारी में बुलेटप्रूफ जैकेट पहने एक पुलिसकर्मी को गोली लग गई।
गोल्डी बराड़ के सीधे संपर्क में थे तीनों शार्पशूटर
उन्होंने बताया कि तीनों शार्पशूटर पिछले कई दिनों से सिग्नल एप के जरिये कनाडा में रहने वाले गोल्डी बराड़ के सीधे संपर्क में थे। अधिकारियों के मुताबिक, बराड़ तीन शार्पशूटर के लिए पैसे, आश्रय और हथियारों की व्यवस्था करने में सक्षम था, जिन्हें एक ऐसे व्यक्ति को मारने के लिए अनुबंधित किया गया था, जिसकी पहचान हत्या के दिन ही बताई जानी थी।
तीन पिस्तौल और 11 कारतूस बरामद
तीनों शार्पशूटर हरियाणा के गुरुग्राम के झारसा में शराब की एक दुकान पर हथियारों के बल पर कब्जा करने के मामले में वांछित थे। पुलिस के अनुसार, तीनों शार्पशूटर के पास से तीन पिस्तौल और 11 कारतूस बरामद किए गए हैं।