Highlights
- अवैध खनन किए जाने की सूचना मिली थी: पुलिस
- 'निरीक्षण के दौरान कुछ नए खनन किए गए पत्थर देखे गए'
- 'पूछताछ में आठ लोगों के अवैध खनन में शामिल होने का पता चला'
Haryana News: हरियाणा की नूंह पुलिस ने टौरू के सिल्खोन गांव की पहाड़ियों में अवैध खनन में शामिल रहने के आरोप में आठ लोगों पर मामला दर्ज किया है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। खनन विभाग के निरीक्षक भानु प्रताप सिंह की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई।
प्राथमिकी के मुताबिक, सिंह और खनन गार्ड नरेंद्र पाल को इस गैर मुमकिन पहाड़ में अवैध खनन किए जाने की सूचना मिली थी। पुलिस में दर्ज कराई गई खनन विभाग की शिकायत के मुताबिक, निरीक्षण के दौरान कुछ नए खनन किए गए पत्थर देखे गए और उन जगहों पर वाहनों के पहियों के निशान थे।
'इन क्षेत्रों में किसी व्यक्ति को नहीं देखा गया'
हालांकि, इन क्षेत्रों में किसी व्यक्ति को नहीं देखा गया। स्थानीय लोगों से पूछताछ के बाद पता चला कि आठ लोग अवैध खनन में शामिल थे। पुलिस को शिकायत मिलने के बाद शमशेर उर्फ लुलु, काला, हसन, हाफिज, हकमीन, मुफीद उर्फ हीटर और आसीन नाम के व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 379 (चोरी), 188 (लोक सेवक के विधिवत आदेश की अवज्ञा) और खनन अधिनियम 1957 की धारा 21(4) ए के तहत सदर टौरू थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई।
बता दें कि हाल ही में हरियाणा के नूंह जिले में खनन माफियाओं ने DSP सुरेंद्र सिंह बिश्नोई की हत्या कर दी थी। DSP सुरेंद्र सिंह बिश्नोई, पुलिस टीम के साथ पंचगांव की पहाड़ी में छापा मारने आए थे। इस दौरान अवैध खनन माफियाओं ने उन पर डंपर चढ़ा दिया था। इसके बाद उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। घटना के करीब चार घंटे बाद ही पुलिस ने आरोपियों की तलाश में आस-पास के कई गांवों को घेर लिया था।
डीएसपी की हत्या का मुख्य आरोपी गिरफ्तार
डीएसपी की हत्या मामले के मुख्य आरोपी शब्बीर उर्फ मित्तर को राजस्थान के भरतपुर जिले से गिरफ्तार किया गया था। मामले के एक अन्य आरोपी इक्कर से पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। DSP सुरेंद्र सिंह बिश्नोई हिसार जिले के आदमपुर क्षेत्र के गांव सारंगपुर के रहने वाले थे। वे 12 अप्रैल 1994 को हरियाणा पुलिस में ASI के पद पर भर्ती हुए थे। पुलिस से 31 अक्टूबर को रिटायर होने वाले थे। डीएसपी की हत्या के बाद से ही अवैध खनन को लेकर नूंह पुलिस की कार्रवाई जारी है।