नूंह और मेवात में हुई हिंसा के बाद हरियाणा सरकार एक्टिव मोड में है। राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सख्त आदेश जारी करते हुए कहा है कि किसी भी अवैध, असामाजिक निर्माण या उसमें संलिप्तता को बख्शा नहीं जाएगा। इसी कड़ी में नूंह के पुलिस उपायुक्त प्रशांत पवार का ट्रांसफर कर दिया गया है। अपने कार्यालय में ट्रांसफर से पहले पुलिस उपायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेशानुसार नूंह जिला प्रशासन द्वारा अवैध निर्माण के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा, 'जिले में असामाजिक गतिविधियां किसी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। ऐसा करने वालों पर नियमानुसार कड़ी कार्यवाही की जाएगी। अवैध निर्माण करने वालों तथा असामाजिक गतिविधियों में संलिप्त लोगों पर जिला प्रशासन कड़ी नजर बनाए हुए है। ऐसा करने वालों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
ट्रांसफर से पहले क्या बोले नूंह पुलिस उपायुक्त
नूंह पुलिस उपायुक्त ने ट्रांसफर से पूर्व कहा कि अवैध निर्माण करने वालों पर जिला प्रशासन की टीम द्वारा निगरानी रखी जा रही है। इसी कड़ी में जिले में अवैध निर्माण करने वालों पर कार्यवाही की जा रही है, जो आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा, 'जिले में अवैध ढंग से निर्माण करने वालों पर नकेल कसते हुए उनके अवैध स्ट्रक्चर तोड़े जा रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा अब नियमित रूप से यह अभियान चलाया जाएगा। अवैध निर्माण किसी भी तरह का क्यों न हो, उसे तोड़ा जाएगा। सही तरीके से हो रहे कार्यों को जिला प्रशासन द्वारा संरक्षण भी दिया जाएगा और किसी के साथ कुछ भी गलत नहीं होगा। जिला प्रशासन की टीम द्वारा जहां अवैध कब्जे हैं और उन पर नियमानुसार कार्यवाही करते हुए उन्हें हटवाकर जमीन को खाली करवाया जा रहा है।
एक्शन में हरियाणा सरकार, खाली कराई जमीनें
प्रशांत पवार ने अतिक्रमण वाले स्थानों के बारे में जानकारी देते हुए कहा था, 'नल्हड़ शिव मंदिर के पीछे वन विभाग की लगभग 5 एकड़ भूमि पर लोगों द्वारा अतिक्रमण किया गया है, जिसे आज धराशायी किया गया। इसी प्रकार पुन्हाना में वन विभाग की 6 एकड़ भूमि तथा अवैध रूप से बने एक मकान को धराशायी किया गया। नगीना के एमसी क्षेत्र में पड़ने वाले धोबी घाट में भी तोड़-फोड़ दस्ते द्वारा लगभग एक एकड़ भूमि को खाली करवाया गया। नांगल मुबारिकपुर में 2 एकड़ भूमि पर बने टेंपरेरी शेड तथा वहां बने अवैध कब्जे को हटाया गया।'