Highlights
- हरिद्वार के पथरी में जहरीली शराब से 10 से ज्यादा की मौत
- आरोपी पंचायत चुनाव मे प्रधान पद की महिला प्रत्याशी फरार
- महिला प्रत्याशी के पति को पुलिस ने किया गिरफ्तार
Haridwar Hooch Tragedy: उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के पथरी थाना क्षेत्र के गांव शिवगढ़ और फूलगढ़ में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से सोमवार को दो और ग्रामीणों की मौत हो गयी। पुलिस ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पथरी शराब कांड में मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 11 पर पहुंच गया है। पथरी शराब कांड का शिकार कई और व्यक्ति अभी भी अस्पताल मे भर्ती हैं जिनमें से एक ग्रामीण की हालत नाजुक बनी हुई है। इस बीच, पुलिस ने जहरीली शराब पिलाने के आरोपी पंचायत चुनाव मे प्रधान पद की महिला प्रत्याशी के पति को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि खुद प्रत्याशी और उसका देवर फरार है।
प्रधान पद की महिला प्रत्याशी फरार, पति गिरफ्तार
लक्सर ब्लॉक के फूलगढ़ और शिवगढ़ में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों से गांव में कोहराम मचा हुआ है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रविवार को अस्पताल में भर्ती हुए 40 साल के सुखपाल सिंह की सुबह मौत हो गई। उनके भाई इसमपाल सिंह की शुक्रवार को शराब पीने से मौत हुई थी। उन्होंने बताया कि दम तोड़ने वाले दूसरे ग्रामीण का नाम आशाराम है। उधर, पथरी के पुलिस थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि जहरीली शराब पिलाने के आरोपी और आगामी पंचायत चुनाव में प्रधान पद की महिला प्रत्याशी बबली के पति विजेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन खुद बबली और विजेंद्र का भाई नरेश अब भी फरार है। उन्होंने बताया कि आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। विजेंद्र गावं मे ही झोलाछाप डॉक्टर है।
जमीन में दबाकर रखी थी 35 लीटर जहरीली शराब
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछताछ में विजेंद्र ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया और बताया कि उसने अपने घर मे करीब 20 ग्रामीणों को शराब पिलाई थी, जो उसने चुनाव के 6 माह पहले ही अपने घर में बनाकर रखी हुई थी। पुलिस ने विजेंद्र के पास से जमीन में दबाकर रखी हुई 35 लीटर जहरीली शराब भी बरामद की है। उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 और आबकारी अधिनियम की धारा 60/62 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। विजेंद्र को अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
आबकारी विभाग के 9 कर्मी निलंबित
पथरी शराब कांड में पथरी थानाध्यक्ष रविंद्र सिंह सहित तीन पुलिसकर्मियों और आबकारी निरीक्षक भारत सिंह समेत आबकारी विभाग के नौ कर्मियों को निलंबित किया जा चुका है। गांव में पुलिस और पीएसी तैनात है, जबकि शराब पीने से बीमार लोगों की चिकित्सकीय सहायता के लिए मेडिकल कैंप लगाया गया है। जहरीली शराब कांड से ग्रामीणों में रोष है और पीड़ित परिवार के कुलदीप और चरण सिंह ने मृतकों और गंभीर बीमार लोगों के परिजनों को मुआवजा दिए जाने की मांग की है।