Highlights
- बुधवार को सुबह साढ़े 8 बजे शुरू होगी रैली
- बीजेपी 11 से 13 अगस्त तक बूथ स्तर तक प्रभात फेरी निकालेगी
- हर घर तिरंगा अभियान के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने की थी अपील
Har Ghar Tiranga: केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मंगलवार को कहा कि संस्कृति मंत्रालय ने बुधवार को सांसदों के लिए ‘‘तिरंगा बाइक रैली’’ का आयोजन किया है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों के सांसदों से इस रैली में सम्मिलित होने का आग्रह किया। भारतीय जनता पार्टी की संसदीय दल की बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री जोशी ने कहा कि यह आयोजन संस्कृति मंत्रालय की ओर से किया जा रहा है ना कि भाजपा की ओर से। उन्होंने सभी दलों के सांसदों से इस कार्यक्रम में भाग लेने का आग्रह किया और उन्हें सुबह साढ़े आठ बजे लाल किला पहुंचने को कहा।
बीजेपी चलाएगी देशभर में अभियान
भाजपा संसदीय दल की बैठक में भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर नौ अगस्त से 15 अगस्त के बीच आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों के बारे में चर्चा की। उन्होंने ‘‘हर घर तिरंगा’’ अभियान पर खासा जोर दिया और भाजपा सांसदों से अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में लोगों को इससे जोड़ने का आग्रह किया। नड्डा ने ‘‘हर घर तिरंगा’’ अभियान को लोकप्रिय बनाने के लिए पार्टी नेताओं से सुबह नौ बजे से 11 बजे के बीच ‘‘प्रभात फेरी’’ निकालने और पार्टी की युवा शाखा के नेताओं से बाइक के जरिए तिरंगा यात्रा निकालने को कहा।
प्रधानमंत्री मोदी ने की थी अपील
‘‘हर घर तिरंगा’’ अभियान के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी से अपने घरों पर 13 अगस्त से 15 अगस्त के बीच तिरंगा लगाने का आग्रह किया है। जोशी ने कहा कि पार्टी के नेता 11 से 13 अगस्त तक बूथ स्तर तक प्रभात फेरी निकालेंगे और इस दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पसंदीदा भजन ‘‘रघुपति राघव राजा राम’’ और राष्ट्रीय गीत ‘‘वंदे मातरम’’ का गायन करेंगे। नड्डा ने अपने संबोधन में सांसदों से कहा कि इन कार्यक्रमों के दौरान अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें और उन बूथों पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने का कहा, जहां पिछले चुनावों में भाजपा का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। पार्टी 14 अगस्त को ‘‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’’ भी मनाएगी। भारत के विभाजन के कारण अपनी जान गंवाने वाले और अपनी जड़ों से विस्थापित होने वाले सभी लोगों को श्रद्धांजलि के रूप में सरकार ने हर साल 14 अगस्त को उनके बलिदान को याद करने के लिए ‘‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’’ मनाने का फैसला किया था। खुद प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी घोषणा की थी।