Highlights
- इस हादसे में एकमात्र जीवित बचे हैं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह।
- इस वक्त सरकार का पूरा फोकस घायल ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह के इलाज पर है।
- वरूण ठीक होने के बाद बताने की स्थिति में होंगे कि हादसा कैसे हुआ।
नई दिल्ली: तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर में वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों को ले जा रहा भारतीय वायु सेना का Mi-17V5 हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया जिसमें CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 11 अन्य लोगों की मौत हो गई। इस हेलिकॉप्टर में 14 लोग सवार थे। इस हादसे में एकमात्र जीवित बचे हैं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह। बुरी तरह घायल ग्रुप कैप्टन वेलिंगटन में सेना के अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि इस वक्त सरकार का पूरा फोकस घायल ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह के इलाज पर है। वरूण ठीक होने के बाद बताने की स्थिति में होंगे कि हादसा कैसे हुआ। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को इसी साल गणतंत्र दिवस के मौके पर शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। उन्होंने साल 2020 में LCA तेजस एयरक्राफ्ट को आपतकाल की स्थिति में बचाया था। इसी के लिए उन्हें ये सम्मान दिया गया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वरुण सिंह के लिए दुआएं की है। राजनाथ सिंह ने कहा, "इस दुर्घटना में अपने प्रियजनों को खोने वालों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं, जिनका वर्तमान में सैन्य अस्पताल, वेलिंगटन में इलाज चल रहा है।" ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह उत्तर प्रदेश के देवरिया के रहने वाले हैं।
भारतीय सेना का Mi-17V5 सबसे सुरक्षित हेलिकॉप्टरों में से एक है। किसी भी वीवीआईपी दौरे में इसी विमान का उपयोग किया जाता है। यह डबल इंजन का हेलिकॉप्टर है, जिससे एक इंजन में खराबी आने पर दूसरे इंजन के सहारे सुरक्षित लैंडिंग कराई जा सके। इस हेलिकॉप्टर की तुलना चिनूक हेलिकॉप्टर से की जाती है।