Go First Cancelled Flights: अगर आपने तीन और चार मई को Go First Airlines से कहीं जाने के लिए टिकट बुक कराया हुआ है तो आपके लिए ये खबर बेहद जरूरी है। आपको भारी दिक्तों का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि गो फर्स्ट ने डीजीसीए को जानकारी दी है कि उसने 3 और 4 मई को उड़ान भरने वाली सारी फ्लाइट्स को रद्द कर दिया है। इसके पीछे विमानन कंपनी ने बड़ी वजह बताई है। एयरलाइंस का कहना है कि तेल कंपनियों के बकाये का भुगतान नहीं कर पाने के कारण यह फैसला लिया गया है।
एयरलाइंस ने बताई फ्लाइट्स कैंसिल करने की वजह
गो फर्स्ट के एक अधिकारी ने एएनआई को बताया, "अमेरिका स्थित जेट इंजन निर्माता प्रैट एंड व्हिटनी (पी एंड डब्ल्यू) द्वारा इंजनों की आपूर्ति नहीं करने के कारण गो फर्स्ट को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है, जिसने 50 से अधिक विमानों की ग्राउंडिंग करने को मजबूर कर दिया है।"
गो फर्स्ट के सीईओ कौशिक खोना ने पीटीआई से कहा कि गो फर्स्ट को पीएंडडब्ल्यू द्वारा इंजनों की आपूर्ति नहीं करने के कारण वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण 28 विमानों को खड़ा करना पड़ा है। कौशिक खोना ने ये भी बताया कि गो फर्स्ट ने एनसीएलटी के समक्ष स्वैच्छिक दिवाला समाधान कार्यवाही के लिए एक आवेदन दायर किया है।
तो क्या किंगफिशर की राह पर चल रही गो फर्स्ट
इकोनॉमिक टाईम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक एक ऑयल मार्केटिंग कंपनी के अधिकारी ने बताया कि गो फर्स्ट कैश एंड कैरी मोड पर ऑपरेट कर रहा है। यानि एयरलाइंस को हर दिन के हिसाब से जितनी उड़ान भरनी है उसके मुताबिक हवाई ईंधन के लिए भुगतान करना पड़ता है। इस वजह से एयरलाइंस इस बात पर सहमत है कि भुगतान नहीं किए जाने पर वेंडर बिजनेस को बंद कर सकता है। ऐसा लगता है कि गो फर्स्ट भी उसी राह पर जा रही है जिस राह पर कभी किंगफिशर गई थी।
एयरलाइंस की वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक अभी गो फर्स्ट के बेड़े में कुल 61 विमान हैं, जिनमें से 56ए 320 हैं और और 5 ए320 सीईओ हैं। यात्रियों की संख्या में आई गिरावट के कारण एयरलाइंस घाटे में जा रही थी।