देश के शैक्षणिक संस्थानों में पीरियड्स के दिनों में महिलाओं को छुट्टी देने को लेकर काफी चर्चाएं हो रही हैं। इस बीच महिलाओं व लड़कियों को पीरियड्स के दिनों में छुट्टी देने को लेकर सरकार द्वारा विधेयक लाए जाने की भी बात की जा रही थी। लेकिन अब केंद्र सरकार द्वारा इस बाबत स्पष्टीकरण दिया गया है। केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार द्वारा लोकसभा में एक प्रश्न के जवाब में लिखित उत्तर में जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि महवारी के दिनों में अवकाश को लेकर विधेयक लाने का सरकार का कोई प्रस्ताव नहीं है। उन्होंने सवाल के जवाब में कहा कि मंत्रालय में ऐसा कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।
सुभाष सरकार ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा उच्च शिक्षण संस्थानों में महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल बनाया जाए इसे लेकर दिशानिर्देश जारी किए जा चुके हैं। इसमें महिलाओं के लिए बुनियादी सुविधाओं और महिला प्रकोष्ठ संबंधित कई अहम मुद्दों को लेकर गाइडलाइन्स जारी किए गए हैं।
पीरियड्स के दौरान इस यूनिवर्सिटी में होगी छुट्टी
बता दें कि केरल की एक यूनिवर्सिटी द्वारा छात्राओं को पीरियड्स के दिनों में छुट्टी देने को लेकर नियम लागू किए गए हैं। बता दें कि यहां छात्राओं द्वारा लंबे समय से महवारी के दिनों में छुट्टी देने की मांग की जा रही थी। इस मुद्दे को ध्यान में रखते हुए कोचीन साइंस एंड टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी द्वारा यह फैसला लिया गया है। यहां प्रत्येक सेमेस्टर में छात्राओं को अटेंडेस में 2 फीसदी की छूट की मंजूरी दी गई है। ऐसे में अगर किसी छात्रा की अटेंडेस में कमी होती है तो वह माहवारी राहत का फायदा उठा सकती हैं।
बता दें कि सीयूएसटी के अलग अलग विभागों में कुल मिलाकर 8 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं हैं। इसमें से आधी आबादी लड़कियों की है। संयुक्त रजिस्ट्रार द्वारा जारी आदेश के मुताबिक महिला छात्रों को मासिक धर्म का लाभ से जुड़ी अपील पर विचार किया गया है। प्रत्येक सेमेस्टर में महिला छात्रों की अटेंडेंस में 2 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट को मंजूरी दे दी गई है।