नई दिल्ली: आदित्य एल1 मिशन की सफलता के बाद अब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) अपने अगले बड़े मिशन की तैयारी में जुट गया है। इसरो के लिए अब बड़ा मिशन अंतरिक्ष में इंसान भेजने का है। इस मिशन को साल 2025 में लॉन्च किया जाएगा और इसे गगनयान नाम दिया गया है। लेकिन इसके लिए अभ्यास अभी से शुरू हो गया है। इस साल मिशन गगनयान से जुड़े कई बड़े काम होने हैं।
मिशन गगनयान के के लिए यह साल बेहद ही महत्वपूर्ण रहने वाला
इसके बारे में जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि मिशन गगनयान के के लिए यह साल बेहद ही महत्वपूर्ण रहने वाला है। इस साल इस मिशन से जुड़ी परीक्षण उड़ानें की जाएंगी। किसी इंसान को अंतरिक्ष में भेजना महत्वपूर्ण और रोमांचक है। उन्होंने कहा कि इंसान को सुरक्षित और स्वस्थ वापस लाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। हमारे पास एक क्रू मॉड्यूल और एक ऑपरेशन मॉड्यूल है और परीक्षण उड़ानें यह सुनिश्चित करेंगी कि ये सभी कार्य वैसे ही होंगे जैसे हमने कल्पना की है।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि गगनयान की उड़ान से पहले इसरो एक महिला रोबो वॉयो मित्राको अंतरिक्ष भेजेगा। यह रोबोट अंतरिक्ष में वह सभी काम करेगा, जो किसी इंसान के द्वारा बाद में किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारी तैयारी तेज गति से चल रही है और चंद्रयान-3 तथा आदित्य एल1 के बाद हमारे वैज्ञानिकों के इस मिशन में भी सफलता मिलने वाली है।
5 सालों तक सौरमंडल की स्टडी करेगा आदित्य एल1
बता दें कि आदित्य एल1 अगले 5 सालों तक सौरमंडल की स्टडी करेगा। यह भारत की पहली अंतरिक्ष ऑब्जर्वेटरी है और इसको सफलतापूर्वक ऑर्बिट में पहुंचाने के लिए इसरो के वैज्ञानिक लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। 2023 में चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग से पूरी दुनिया में अपनी काबिलियत का लोहा मनवा चुका ISRO 2024 की शुरुआत में अपने सूर्य मिशन आदित्य L1 को उसकी मंजिल तक पहुंचाने के लिए तैयार है। 2 सितंबर 2023 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से भारत का यह पहला सूर्य मिशन लॉन्च किया गया था।