G-20 Summit: राजधानी दिल्ली के भारत मंडपम में जी-20 शिखर सम्मेलन की बैठक जारी है। इस बीच भारत को इस शिखर सम्मेलन में बड़ी कामयाबी मिली है। सम्मेलन के दूसरे सत्र में लीडर्स डिक्लेरेशन या कहें कि इस शिखर सम्मेलन के साझा घोषणा-पत्र पर सहमति बन गई है। सम्मेलन के दूसरे सत्र 'वन फैमिली' में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जताते हुए इसका ऐलान किया है। उन्होंने कहा-एक खुशखबरी मिली है। हमारी टीम की कठिन मेहनत और आप सबके सहयोग से जी 20 लीडर समिट के डिक्लेरेशन पर सहमति बनी है। मेरा प्रस्ताव है कि लीडर्स डिक्लेरेशन को भी अपनाया जाए। मैं भी इस डिक्लेरेशन को अपनाने की घोषणा करता हूं।
यूक्रेन युद्ध के कारण गहरी हुई विश्वास की कमी
इससे पहले पीएम मोदी ने जी20 नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कि यूक्रेन युद्ध के कारण गहरी हुई दुनिया में विश्वास की कमी को एक-दूसरे पर भरोसे में तब्दील किया जाना चाहिए। पीएम मोदी ने अफ्रीकी संघ को जी-20 में शामिल किए जाने का ऐलान किया। 1999 में जी-20 की स्थापना के बाद पहली बार इसका विस्तार किया गया है।
विश्व कल्याण के लिए साथ मिलकर चलने का समय
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता देश के भीतर और बाहर समावेशिता का प्रतीक बन गई है। उन्होंने कहा कि यह वैश्विक कल्याण के लिए सभी के एक-साथ मिलकर चलने का समय है। मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन का आरंभ करते हुए अपने संबोधन की शुरुआत मोरक्को में आए भीषण भूकंप से प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करके की। उन्होंने कहा, ‘‘मुश्किल की इस घड़ी में पूरा विश्व समुदाय मोरक्को के साथ है और हम उन्हें हरसंभव सहायता देने के लिए तैयार हैं।’’ जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा समेत कई नेता हिस्सा ले रहे हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग इस सम्मेलन में भाग नहीं ले रहे।