नई दिल्ली: तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर में वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों को ले जा रहा भारतीय वायु सेना का एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया है और ये हेलीकॉप्टर था Mi-17V5। दुखद बात ये है कि इस हादसे में CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित इसमें मौजूद 11 अन्य लोगों की मौत हो गई। इस हादसे ने उन सभी घटनाओं की यादें ताजा कर दी हैं, जिनमें वैज्ञानिक डॉक्टर होमी जहांगीर भाभा, राजनेता वाई एस राजशेखर रेड्डी, संजय गांधी, माधव राव सिंधिया, जीएमसी बाल योगी, एस मोहन कुमारमंगलम, ओपी जिंदल, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू जैसे भारत के सपूतों को जान गंवानी पड़ी। आइए एक नजर डालते हैं उन हादसों...
डॉ होमी जहांगीर भाभा: 24 जनवरी 1966 को देश के प्रसिद्ध परमाणु वैज्ञानिक डॉक्टर होमी जहांगीर भाभा वियना में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक में भाग लेने के लिए जाते समय फ्रांस के मोंट ब्लैंक के पास विमान हादसे में जान गंवा बैठे थे।
वायुसेना के 6 अधिकारियों की मौत: 23 नवंबर 1963 को जम्मू कश्मीर के पुंछ में भारतीय वायुसेना का विमान क्रैश हुआ था। इसमें वायुसेना के 6 अधिकारियों की जान चली गई थी। जान गंवाने वालों में लेफ्टिनेंट जनरल दौलत सिंह, लेफ्टिनेंट जनरल बिक्रम सिंह और एयर वाइस मार्शल एरलिक पिंटो भी शामिल थे।
माधवराव सिंधिया: 30 सितंबर, 2001 को उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में कांग्रेस नेता माधवराव सिंधिया की मौत भी प्लेन क्रैश में हुई थी। वे अपने 10 सीटर निजी प्लेन में सवार थे। उसमे 4 पत्रकार भी शामिल थे। यह घटना भी खराब विजिबिलिटी की वजह से हुई थी। भारी बरसात की वजह से हेलिकॉप्टर क्रैश होकर मोटा गांव में एक धान के खेत में गिर गया था।
वाईएस राजशेखर रेड्डी: 3 सितंबर 2009 को आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी जिस हेलिकॉप्टर में सवार थे, वह चित्तूर जिले के जंगल में क्रैश हो गया था। यह यह अमेरिकन टेक्नोलॉजी पर आधारित डबल इंजन वाला बेल 430 चॉपर था। वाईएसआर का शव 27 घंटे बाद मिला था।
दोरजी खांडू: मई 2011 में अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू और चार अन्य लोगों के साथ लापता हुए हेलीकॉप्टर का मलबा मिला था। खांडू का चार सीटों और एक इंजन वाला पवन हंस हेलीकॉप्टर एएस-बी350-बी3 30 अप्रैल को तवांग से सुबह नौ बज कर 56 मिनट पर उड़ान भरने के 20 मिनट बाद से ही लापता था।
संजय गांधी: 23 जून 1980 को भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी की मौत भी प्लेन क्रैश में हुई थी। उनकी मौत नई दिल्ली स्थित सफदरजंग एयरपोर्ट के करीब हुई थी। चौंकाने वाली बात यह थी कि वे कहीं सफर पर नहीं निकले थे बल्कि वे अपना प्राइवेट प्लेन खुद उड़ा रहे थे। वे अच्छे पायलट थे। घटना के बाद पता चला कि वे प्लेन से किसी खतरनाक करतब को अंजाम दे रहे थे।
मोहन कुमारमंगलम: 31 मई 1973 को कांग्रेस लीडर मोहन कुमार मंगलम की मौत भी प्लेन क्रैश में हुई थी। वे इंडियन एयरलाइंस 440 नाम के प्लेन पर सवार थे। उनके मृत शरीर को उनके पार्कर पेन से पहचाना गया था।
जीएमसी बालयोगी: 3 मार्च 2002 को पूर्व लोकसभा अध्यक्ष जीएमसी बालयोगी की आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले में कैकालुर नाम के स्थान पर हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। बेल 206 एक निजी हेलीकॉप्टर था जिसमें बालयोगी, उनके अंगरक्षक और एक सहायक सवार थे। हेलीकॉप्टर ने सुबह 7 बजकर 45 मिनट पर भीमावरम जिले से उड़ान भरी और कुछ ही देर में इसमें तकनीकी खराबी आ गई थी। हादसे में गंभीर रूप से घायल बालयोगी को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
ओपी जिंदल: 1 अप्रैल 2005 को एक हवाई हादसे में इस्पात व्यवसायी और हरियाणा के बिजली मंत्री ओपी जिंदल मारे गए थे। इस हादसे में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंशीलाल के बेटे सुरेंद्र सिंह और पायलट की भी मौत हो गई थी। उनका हेलीकॉप्टर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। किंग कोबरा नाम का ये हेलीकॉप्टर जिंदल समूह ने कुछ ही माह पहले लिया था।