राजनीतिक ओहदा पाने के लिए लोग क्या कुछ नहीं करना चाहते। कोई सालों तक राजनीतिक पार्टियों के लिए काम कर के टिकट की लालसा रखता है तो कोई पैसे को पानी की तरह बहाकर टिकट पाना चाहता है। ऐसा ही एक मामला कर्नाटक से सामने आया है, जहां एक बिजनेसमैन से कुछ लोगों ने खुद को RSS का करीबी बताकर 3.5 करोड़ रुपये ठग लिए। आरोपियों ने बिजनेसमैन से विधानसभा चुनाव में टिकट का वादा किया था। पुलिस ने मामले में चैत्रा कुंदापुरा नाम की महिला और उसके 3 साथियों को गिरफ्तार किया है।
क्या है पूरा मामला?
बेंगलुरु पुलिस की ओर से जारी की गई जानकारी के मुताबिक, बिजनेसमैन गोविंद बाबू पुजारी RSS की विचारधारा से प्रभावित हैं। उनके दोस्तों ने उन्हें राजनीति में सक्रिय होने की सलाह दी थी। प्रसाद बयंदूर नाम के एक शख्स ने उन्हें चैत्रा कुंदापुरा से मिलवाया जो खुद को RSS के शीर्ष नेतृत्व का करीबी बता रही थी। पीड़ित के मुताबिक, चैत्रा ने खुद को PMO में बड़ी पहचान वाला भी बताया था।
ऐसे हुई ठगी
आरोपी चैत्रा ने बिजनेसमैन गोविंद पुजारी को गगन कडूर से मिलवाया जो खुद को उडुपी जिले का भाजयुमो अध्यक्ष बता रहा था। उसके बाद ये लोग विश्वनाथ जी नाम के शख्स से मिले जिसने खुद को RSS का नेता और केंद्रीय टिकट चयन समिति का सदस्य बताया। इन सभी ने पीड़ित को बयंदूर से टिकट दिलवाने का भरोसा दिलाया और इस काम के लिए साढ़े तीन करोड़ रुपए मांगे। बिजनेसमैन ने तीन किश्तों में ये पैसै आरोपियों को सौंप दिए। पीडित ने इसके अलावा अभिनव हलाश्री स्वामी नाम के व्यक्ति को भी डेढ़ करोड़ रुपए अलग से दिए।
ऐसे हुआ खुलासा
इस साल मार्च में एक दिन अचानक चैत्रा ने गोविंद पुजारी (बिजनेसमैन) को फोन किया और कहा कि विश्वनाथ जी हिमालय गए थे और अचानक वहां उनका निधन हो गया है। हालांकि, बिजनेसमैन को शक हुआ और जब उसने पता लगाया तो RSS में विश्वनाथ जी नाम का कोई नेता ही नहीं था। जिसे विश्वनाथ जी बताया गया वो प्रसाद था और उसने एक्टिंग के लिए 1 लाख रुपये लिए थे। जब पीड़ित ने पैसे वापस मांगे तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई। इसके बाद पीड़ित ने पुलिस को सारी सच्चाई बताई। पुलिस ने मामले में आरोपी चैत्रा और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया है। वहीं, तीन अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
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