पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा को रविवार की दोपहर अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। मणिपाल अस्पताल ओल्ड एयरपोर्ट रोड के एचओड और रिपिरेटरी मेडिसिन और ट्रांसोलैंट फिजिशियन ड़ॉ. सत्य नारायण मैसूर ने कहा कि वह फिट और काम करने लायक हो गए हैं। दरअसल पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा को तबियत बिगड़ने के बाद गुरुवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गुरुवार की सुबह उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगी। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए मणिपाल अस्पताल में भर्तीय कराया गया था। जहां डॉ. सत्यनारायण मैसूर ने उनका इलाज करा दिया। अस्पताल ने इस दौरान बयान दिया था कि वो सत्यनारायण मैसूर की देखरेख में हैं और विशेषज्ञों की टीम उनकी स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
अस्पताल से डिस्चार्ज हुए एचडी देवगौड़ा
देवगौड़ा के दामाद मंजूनाथ ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री को पिछले तीन दिनों से तेज बुखार और गंभीर रूप से खांसी हो रही थी। साथ ही उन्हें यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेंक्शन भी है। उन्होंने बताया पिछले तीन दिनों में घर पर ही एंटीबायोटिक्स और कफ सप्रेसेंट्स देकर उनका इलाज किया जा रहा था। इसके बाद जब उनकी तबियत गुरुवार को खराब हुई तो उन्हें दोपहर के वक्त अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। बता दें कि देवगौड़ा का जन्म 18 मई 1933 को कर्नाटक के वोक्कालिगा परिवार में हुआ था। वो ओबीसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने 1950 के दशक में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। उनकी शादी चेन्नमा से हुई, जिनसे उनकी 6 संताने हैं। बात दें कि उनके बेटे एचडी कुमारस्वामी कर्नाटक के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।
कैसा रहा देवगौड़ा का राजनीतिक सफर
अगर देवगौड़ा के राजनीतिक सफर की बात करें तो साल 1953-62 तक वो कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़े रहे। साल 1962 में उन्होंने होलेनारासिपुरा सीट ले पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा। निर्दलीय लड़े चुनाव में वो जीत गए। इसके बाद साल 1989 तक लगातार वो 6 बार विधायक चुने गए। साल 1972-77 के दौरान कर्नाटक विधानसभा में वो नेता प्रतिपक्ष भी रहे। इसके बाद जब इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल की घोषणा की तो उन्हें 2 साल के लिए जेल भी जाना पड़ा। इंदिरा गांधी आपातकाल की घोषणा के बाद वो 2 बार कर्नाटक में जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे। साल 1994 में उन्हीं के नेतृत्व में जनता दल ने कर्नाटक में विधानसभा चुनाव जीता। इसके बाद उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गाय। जून 1996 को उन्हें भारत का प्रधानमंत्री भी बनाया गया।