Highlights
- सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1952 को हरियाण के अंबाला छावनी में हुआ था
- 70 में अपने कॉलेज का सर्वश्रेष्ठ छात्रा के सम्मान से सम्मानित किया गया था
- 21 साल की उम्र में ही सुप्रीम कोर्ट की वकील बन गई
Sushma Swaraj Death anniversary: देश की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का नाम भारत की राजनिती एक अहम स्थान रखती थी। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई ऐसे कार्य किए जिनके कारण वो देशवासियों के दिलों पर राज करने लगी थी। एक कुशल वक्ता जिन्हें हर कोई सुनना चाहता था। उनका स्पीच सदन में हो या आम सभा के मंचो पर, सुनने वाले लोगों का ध्यान अपने ओर खींच लेती थी। आज उनका पुण्यतिथि है, देश के कोने-कोने से लोग अपने-अपने आंदाज में याद कर रहे हैं।
हरियाण से दिल्ली तक का सफर
देश की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का 67 साल की उम्र में आज 6 अगस्त को एम्स में दम तोड़ दिया था। स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1952 को हरियाण के अंबाला छावनी में हुआ था। उनकी पढ़ाई अंबाला के सनातन कॉलेज से हुई थी। जहां उन्होंने संस्कृत और राजनीति में स्नातक की डिग्री हासिल की। उन्हें 1970 में अपने कॉलेज का सर्वश्रेष्ठ छात्रा के सम्मान से सम्मानित किया गया था। इस कॉलेज के एनएनसी की कैडेट में शामिल रही है और उन्हें हरियाणा राज्य की कुशल वक्ता के रूप में चयनित हुई। आगे उन्होंने चण्डीगढं से कानून की पढ़ाई की और इस कॉलेज में भी उन्हें बेस्ट वक्ता का रूप में चुना गया। 21 साल की उम्र में ही सुप्रीम कोर्ट की वकील बन गई। यहीं पर उनकी मुलाकात स्वराज कौशल से हुई, जिसके बाद दोनों ने 13 जुलाई 1975 को शादी कर ली। स्वराज कौशल उनके साथ ही काम करते थे।
बीजेपी की पहली महिला कैबिनेट मंत्री बनी
भारतीय जनता पार्टी मे बेहतर पकड़ बनाने वाली सुषमा स्वराज बीजेपी की पहली महिला कैबिनेट मंत्री बनी थी। उन्हें पहली महिला नेता प्रतिपक्ष भी चुना गया था। कई ऐसे उपल्बधियां है जो सुषमा स्वराज के साथ जुड़ते गए हैं। अगर उनकी राजनीति की शुरूआती दौर को देखे तो काफी सही रहा। वो 25 साल की उम्र में कैबिनेट मंत्री बनने का रिकार्ड बनाया था। इसे पहले किसी को भी इतने कम उम्र में नहीं कैबिनेट मंत्री नहीं बनाया गया था। अबतक सदन में महिला राजनेता थी जिन्हें असाधारण सांसद के सम्मान से सम्मानित किया गया था। उन्हें और उनके पति को विशेष दंपति का स्थान दिया गया है ये उपलब्धी उन्हें लिम्का बुक के तरफ से दिया गया था।
आखिरी ट्वीट प्रधानमंत्री के नाम
मोदी कार्यकाल में सुषमा स्वराज के काम का तारीफ हर कोई तारीफ करते नहीं थकता था। ट्वीटर पर एक्टीव रहने वाली, लोगों को रिप्लाई देने वाली, मदद के लिए आगे आने वाली, इन कई कारणों से मोदी कैबिनेट में एक अहम स्थान बना लिया था। सुषमा स्वराज ने आखिरी ट्टीवट प्रधानमंत्री को लेकर लिखा था। उन्होंने लिखा था कि "प्रधानमंत्री जी आपका अभिनन्दन. मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी। आपको बता दें कि 5 अगस्त 2019 को जम्मू और कश्मीर से धारा 370 को हटा लिया गया था जिसके बाद उन्होंने ये खुशी जाहिर की थी। वही 5 अगस्त को अमित शाह को बधाई दिया था।