अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के पूर्व निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया(Dr Randeep Guleria) ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली है। डॉ गुलेरिया उन प्रमुख लोगों में शामिल थे, जिन्होंने COVID-19 महामारी के चरम के दौरान केंद्र सरकार की रिस्पांस टीम का नेतृत्व किया था। उन्होंने कोविड महामारी और उसके इलाज के बारे में लोगों के बीच अवेयरनेस पैदा करने में भी प्रमुख भूमिका निभाई।
अप्रैल 2024 में होने वाले थे रिटायर
डॉ रणदीप गुलेरिया ने एम्स में 30 से ज्यादा सालों तक सेवा की। बता दें कि AIIMS के पूर्व निदेशक ने 23 सितंबर को अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद VRS के लिए आवेदन किया था। डॉ गुलेरिया अप्रैल 2024 में रिटायर होने वाले थे। निदेशक के रूप में डॉ गुलेरिया का कार्यकाल मार्च के महीने में समाप्त होना था, लेकिन इसे दो बार बढ़ाया गया था। जानकारी के लिए बता दें कि उन्होंने मार्च 2017 में एम्स दिल्ली के निदेशक के रूप में कार्यभार संभाला।
28 मार्च, 2017 को संभाला था पदभार
डॉ रणदीप गुलेरिया AIIMS में 1992 में चिकित्सा विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में शामिल हुए और उन्होंने 2011 में पल्मनरी, क्रिटिकल केयर और स्लीप चिकित्सा विभाग का गठन किया। डॉ गुलेरिया ने एम्स के निदेशक के रूप में 28 मार्च, 2017 को पांच साल के लिए कार्यभरा संभाला था। उनका कार्यकाल 24 मार्च को समाप्त होना था, लेकिन इसे तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया था। इसके पूरा होने पर उन्हें तीन और महिने के लिए सेवा विस्तार प्रदान किया गया।