लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर चिकित्सा सेवा (सेना) के महानिदेशक का पदभार 1 अगस्त से संभालेंगी। इस प्रतिष्ठित पद पर नियुक्त होने वाली वह पहली महिला होंगी। इससे पहले उन्होंने एयर मार्शल के पद पर पदोन्नति के बाद अस्पताल सेवा (सशस्त्र बल) के महानिदेशक का पद संभालने वाली पहली महिला भी थीं।
पिछले साल जब साधना सक्सेना नायर ने अस्पताल सेवा (सशस्त्र बल) के महानिदेशक का पद संभाला था, तब वायुसेना के अधिकारियों ने कहा था, "भारतीय वायुसेना की अधिकारी एयर मार्शल साधना सक्सेना नायर प्रभावी रूप से केवल दूसरी महिला अधिकारी हैं, जिन्होंने पूरे सेवाकाल में वायुसेना में अलग-अलग पदों पर सेवाएं देने के बाद एयर मार्शल के पद तक पहुंची। पदभार ग्रहण करते समय वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी भी मौजूद रहे।"
1985 में आर्मी मेडिकल कोर में नियुक्ति
लेफ्टिनेंट जनरल साधना नायर ने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट मैरी कॉन्वेंट, प्रयागराज से प्रारंभ की और लोरेटो कॉन्वेंट, लखनऊ से पूरी की। इस बीच, वह तेजपुर, गोरखपुर, कानपुर और चंडीगढ़ के स्कूलों में गईं। उन्होंने एक प्रतिष्ठित अकादमिक रिकॉर्ड के साथ पुणे के सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की और दिसंबर 1985 में आर्मी मेडिकल कोर में नियुक्त हुईं। साधना नायर के पास फैमिली मेडिसिन में स्नातकोत्तर की डिग्री है। उन्होंने एम्स, नई दिल्ली में मेडिकल इंफॉर्मेटिक्स में दो साल का प्रशिक्षण कार्यक्रम भी पूरा किया है।
विशिष्ट सेवा पदक से भी सम्मानित
लेफ्टिनेंट जनरल साधना ने विदेश में सीबीआरएन (रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु) युद्ध और सैन्य चिकित्सा नैतिकता में प्रशिक्षण लिया। वह पश्चिमी वायु कमान और प्रशिक्षण कमान की पहली और एकमात्र महिला प्रधान चिकित्सा अधिकारी थीं। साधना को विशिष्ट सेवा पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें वायु सेना प्रमुख और एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ से भी सराहना मिली है।
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