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15-18 एज ग्रुप का वैक्सीनेशन: पहले दिन लाखों किशोरों को लगी पहली डोज, PM मोदी ने दी बधाई

कई लाभार्थियों और उनके माता-पिता ने कहा कि महामारी के मामलों में बढ़ोतरी के चलते वे वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। आकर्षक ‘सेल्फी पॉइंट’ स्थापित करने से लेकर कल्पनाशील पोस्टर और रंगीन गुब्बारे लगाने तक, नामित टीकाकरण केंद्र, ज्यादातर स्कूल और शैक्षणिक संस्थान, युवाओं के स्वागत के लिए तैयार किए गए थे।

Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Updated : January 03, 2022 21:14 IST
teenager vaccination
Image Source : PTI 15-18 एज ग्रुप का वैक्सीनेशन: पहले दिन लाखों किशोरों को लगी पहली डोज, दिखे उत्साह से लबरेज

Highlights

  • देशभर में अब तक 12.3 लाख से अधिक बच्चों को दी गई पहली डोज
  • उत्साह के साथ बच्चों ने लगवाई वैक्सीन, ली सेल्फी

नई दिल्ली/ मुंबई/ जम्मू: देश में सोमवार को 15 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के लिए टीकाकरण अभियान के पहले दिन लाखों किशोरों ने कोविड-19 रोधी टीके की अपनी पहली खुराक ली। कई लाभार्थियों और उनके माता-पिता ने कहा कि महामारी के मामलों में वृद्धि की पृष्ठभूमि वे इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। आकर्षक ‘सेल्फी पॉइंट’ स्थापित करने से लेकर कल्पनाशील पोस्टर और रंगीन गुब्बारे लगाने तक, नामित टीकाकरण केंद्र, ज्यादातर स्कूल और शैक्षणिक संस्थान, युवाओं के स्वागत के लिए तैयार किए गए थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किशोरों के लिए टीकाकरण अभियान के पहले दिन टीका लगवाने वालों और उनके परिजनों को बधाई दी और इस अभियान में अधिक से अधिक किशोरों से शामिल होने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘कोविड-19 से युवाओं को सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में आज हमने एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाया है। टीका लगवाने वाले 15 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के सभी किशोरों को बधाई! उनके परिजनों को भी बधाई। मैं युवाओं से आग्रह करूंगा कि आने वाले दिनों में वह भी टीका लगवाएं।’’

बता दें कि सोमवार को 15 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के किशोरों के टीकाकरण अभियान के पहले दिन रात आठ बजे तक राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में 40 लाख से अधिक किशोरों को कोविड-19 टीके की खुराक दी गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने खुद एक ट्वीट कर यह जानकारी साझा की और कहा कि भारत के टीकाकरण अभियान में आज एक और उपलब्धि जुड़ गई।

हरमनजोत सिंह जैसे कई युवाओं ने कहा कि वे अपने आयु वर्ग के लिए टीके की अनुमति मिलते ही इसे लगवाने के इच्छुक थे। जम्मू में एक निजी स्कूल में 11वीं कक्षा के छात्र हरमनजोत सिंह ने कहा, “मैं टीके की अपनी खुराक पाने के लिए इस दिन का इंतजार कर रहा था क्योंकि महामारी ने हमें पिछले लगभग दो वर्षों में ज्यादातर समय अपने घरों में रहने के लिए मजबूर किया। हम जल्द से जल्द स्कूल वापस जाना चाहते हैं।”

राष्ट्रीय राजधानी में, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने आरएमएल अस्पताल में बच्चों के लिए कोविड-19 टीकाकरण स्थल का दौरा किया और कुछ लाभार्थियों के साथ बातचीत की। ज्यादातर स्कूलों से शुरू होने वाले इस अभियान के साथ, कई प्रधानाध्यापकों और अन्य अधिकारियों ने कहा कि उन्हें छात्रों और उनके परिवारों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। दिल्ली सरकार के एक स्कूल में अपने बेटे को टीके की खुराक दिलाने का इंतजार कर रही सविता देवी ने कहा, ‘‘जब भी स्कूल फिर से खुलते थे तो मुझे कोविड के कारण अपने बेटे को स्कूल भेजने में हिचकिचाहट होती थी। अब राहत है कि उसने टीका लगवा लिया है।’’

सत्रह वर्षीय छात्र रितेश घोष ने कहा, ‘‘इसका लंबे समय से इंतजार था। तीसरी लहर आ गई है और यह सोचकर कि दूसरी लहर कितनी आक्रामक थी, हम सभी डरे हुए थे।’’ इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए 15 वर्षीय छात्रा रीमा दत्ता ने कहा, ‘‘हम राहत की सांस ले सकते हैं और टीके की खुराक लेने के बाद कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए घर से बाहर निकल सकते हैं। ओमिक्रॉन की लहर पहले ही हमें डरा रही है।’’ हालांकि, छत्तीसगढ़ के रायपुर की 17 वर्षीय दीक्षा पटेल जैसे कुछ ऐसे भी लोग थे, जिन्हें झिझक को दूर करने के लिए अपने परिवार और दोस्तों से कुछ परामर्श की आवश्यकता थी।

रायपुर निवासी 17 वर्षीय दीक्षा पटेल ने आज कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक ली। दीक्षा टीका लगवाने को लेकर थोड़ी घबराई हुई थी, क्योंकि उसे इसके 'दुष्प्रभावों' को लेकर कुछ चिंताएं थीं। दीक्षा ने कहा कि टीका लगाने को लेकर उसे पहले कुछ डर लगा लेकिन परिवार और दोस्तों के समझाने के बाद उसने टीका लगवा लिया। उसने बताया कि उसके साथ उसके कई दोस्तों ने भी पहले ही दिन जेआर दानी शासकीय कन्या विद्यालय में टीका लगवाया।

दीक्षा ने बताया कि रविवार को उनके कक्षा शिक्षक ने व्हाट्सएप समूह पर एक संदेश पोस्ट किया और सभी बच्चों को टीकाकरण के लिए स्कूल आने के लिए कहा। इसके बाद दीक्षा चिंतित थी क्योंकि पिछले साल अप्रैल और मई माह में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान उसके परिवार के कई सदस्य टीका लगवाने के बाद बीमार हो गए थे। हालांकि, जब 11वीं कक्षा की छात्रा दीक्षा को उसकी मां और परिवार के अन्य सदस्यों ने समझाया और तीसरी लहर से बचाव के बारे में बताया तब उसने अपने करीबी मित्र आरती साहू और बबली ध्रुव के साथ टीका लगवाने का फैसला किया।

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार ने 15 से 18 वर्ष के आयुवर्ग के बच्चों का कोविड-19 रोधी टीकाकरण शुरू करने के लिए केन्द्र सरकार को बधाई दी। साथ ही उन्होंने 12 से 15 वर्ष के आयुवर्ग के बच्चों के लिए भी टीकाकरण शुरू करने का अनुरोध किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 25 दिसंबर को तीन जनवरी से राष्ट्रव्यापी कोविड टीकाकरण कार्यक्रम में 15 से 18 आयु वर्ग को शामिल करने की घोषणा की थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 27 दिसंबर को जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, इस आयु वर्ग के लिए टीके का विकल्प केवल कोवैक्सीन होगा।

मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक दिन में कोविड-19 के 33,750 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,49,22,882 हो गई है। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 1,45,582 हो गई।

(इनपुट- एजेंसी)

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