नई दिल्ली: नौसेना के अग्निवीरों का पहला बैच तैयार हो गया है और आज अग्निवीरों के पहले बैच की पासिंग आउट परेड INS चिल्का में होगी। नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर हरि कुमार पासिंग आउट परेड के मुख्य अतिथि और समीक्षा अधिकारी होंगे। अग्निवीरों के इस बैच में कई युवतियां भी होंगी। जिन्हें परेड के बाद अपने पुरुष साथियों के साथ समुद्र में नौसेना के अग्रणी जंगी युद्धपोतों और अन्य सैन्य ठिकानों पर नियुक्त किया जाएगा।
प्रशिक्षुओं को कोस्टल युद्धपोतों पर तैनात किया जाएगा
अग्निवीरों को उनके समुद्री ट्रेनिंग के कोस्टल युद्धपोतों पर तैनात किया जाएगा। अग्निवीरों ने भारतीय नौसेना के ट्रेनिंग संस्थान आईएनएस चिल्का में शुरुआती ट्रेनिंग के 16 सप्ताह पूरे कर लिए हैं। अग्निवीरों के इस पहले जत्थे में वे महिला और पुरुष अग्निवीर भी शामिल हैं जो इस साल 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर भारतीय नौसेना की आरडी परेड की टुकड़ी का हिस्सा थे। अग्निवीरों के इस बैच में कई युवतियां भी हैं जिन्हें परेड के बाद अपने पुरुष साथियों के साथ समुद्र में नौसेना के अग्रणी जंगी युद्धपोतों और अन्य सैन्य ठिकानों पर नियुक्त किया जाएगा।
नेवी ने ट्वीट कर दी जानकारी
नौसेना ने अपने एक ट्वीट में यह जानकारी देते हुए बताया कि अग्निपथ योजना के तहत भारतीय नौसेना के अग्निवीरों के पहले बैच का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है। इनकी पासिंग आउट परेड 28 मार्च 2023 को आईएनएस चिल्का पर आयोजित की जाएगी। बीते साल 2022 के जून महीने में केंद्र सरकार द्वारा सशस्त्र सेनाओं (सेना, वायुसेना और नौसेना) में जवानों की भर्ती के लिए अग्निपथ के नाम से शुरू की गई इस नई योजना के तहत तैयार किया गया अग्निवीरों का यह पहला बैच होगा, जो अपना प्रशिक्षण पूरा कर नौसेना से बाहर निकलेगा और उसके बाद इनकी बल के प्रमुख युद्धपोतों से लेकर अन्य ठिकानों पर नियुक्ति की जाएगी।
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INS चिल्का में शुरुआती ट्रेनिंग के 16 सप्ताह पूरे
अग्निवीरों ने भारतीय नौसेना के प्रमुख नाविकों के प्रशिक्षण प्रतिष्ठान आईएनएस चिल्का में प्रारंभिक प्रशिक्षण के 16 सप्ताह पूरे किए। आईएनएस चिल्का में प्रशिक्षण में कर्तव्य, सम्मान और साहस के मूल नौसेना मूल्यों के आधार पर शैक्षणिक, सेवा और बाहरी प्रशिक्षण शामिल है। नौसेना की योजना के मुताबिक शुरुआत में कुल 3 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। जिसमें करीब 341 युवतियां भी शामिल हैं।