केरल के अलाप्पुझा जिले में शुक्रवार की सुबह केरल राज्य सड़क परिवहन निगम की एक बस में आग लग गई। कोई बड़ी घटना होती उससे पहले ही बस चालक ने सतर्कता दिखाते हुए सभी यात्री को नीचे उतार दिया। बस में 44 यात्री सवार थे, जिनमें से 20 छात्र थे। सही सलामत हैं।
हादसे के समय कहां थी बस?
पुलिस ने बताया कि जब यह हादसा हुआ, तब बस कायमकुलम और अलाप्पुझा के बीच में थी। उन्होंने बताया कि चालक को जलने की गंध आई और उसने तुरंत यात्रियों को बस से उतरने के लिए कहा। ड्राइवर के इस कदम से सभी यात्री बाल-बाल बच गए। कायमकुलम पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा, "अग्निशमन बल ने आग बुझा दी। आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है।''
बस में 20 छात्र थे सवार
बाद में वाहन चालक ने मीडिया को बताया कि उसे इंजन की आवाज में बदलाव लगा, इसलिए उसने वाहन को सड़क के किनारे खड़ा कर दिया। चालक के अनुसार, इसके बाद उसने बगल वाले शीशे में बस के पीछे से घना धुंआ निकलते देखा और यात्रियों से तुरंत बस से उतरने के लिए कहा। चालक ने बताया कि उस समय वाहन में 44 यात्री थे, जिनमें से 20 छात्र थे, जिन्हें अगले स्टॉप पर उतरना था।
बस ड्राइव ने क्या कहा?
चालक ने यह भी कहा कि आग लगने का कारण डीजल टैंक से रिसाव नहीं हो सकता, क्योंकि यह बस के पीछे स्थित था। उसने कहा, ''अगर यह डीजल टैंक से रिसाव होता, तो ईंधन लीक हो जाता, लेकिन आग नहीं लगती। आग इंजन में लगी। वहां कुछ हुआ।" फुटेज में जलती हुई बस से निकलता घना धुंआ नजर आ रहा है। व्यस्त राष्ट्रीय राजमार्ग- 66 पर खड़ी यह बस आग लगने से जलकर खाक हो गई। (इनपुट- भाषा)
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