श्रीनगर: फारूक अब्दुल्ला सोमवार को फिर से एक और कार्यकाल के लिए नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष चुने गए। 85 वर्षीय नेता को यहां नसीम बाग में पार्टी संस्थापक शेख मोहम्मद अब्दुल्ला के मकबरे के पास आयोजित नेकां के प्रतिनिधि सत्र में सर्वसम्मति से पार्टी का प्रमुख चुना गया।
इस दिन शेख अब्दुल्ला की 117वीं जयंती भी मनाई गई। नेकां के महासचिव अली मोहम्मद सागर ने कहा कि नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि तक केवल अब्दुल्ला का नामांकन प्राप्त हुआ था। सागर ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला के समर्थन में कश्मीर से कुल 183, जम्मू से 396 और लद्दाख से 25 प्रस्ताव प्राप्त हुए। नेकां पिछला अध्यक्ष चुनाव पांच साल पहले हुआ था।
अध्यक्ष पद के लिए किसी भी अन्य उम्मीदवार के नामांकन दाखिल नहीं किया था। ऐसे में आज पार्टी के प्रतिनिधियों ने ध्वनि मत से डॉ. फारूक अब्दुल्ला को फिर से पार्टी अध्यक्ष चुना। इसके लिए पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला एवं पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने सांसद फारूक को बधाई दी है।
5 साल बाद हुए चुनाव, कोविड की वजह से नहीं हो पाए थे
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री शेख मोहम्मद अब्दुल्ला के 117वीं जयंती के अवसर पर पार्टी ने 5 साल बाद चुनाव कराया। पिछला पार्टी चुनाव 2017 में हुआ था, लेकिन तब कोविड-19 के कारण अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं हो सका था। इस बार अध्यक्ष पद के लिए डॉ फारूक अब्दुल्ला के अलावा किसी अन्य उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया। ऐसे में पार्टी के प्रतिनिधियों ने ध्वनि मत से उन्हें अध्यक्ष चुना।
पार्टी के अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया 16 नवंबर 2022 को शुरू हुई थी। नामांकन दर्ज कराने की अंतिम तिथि 4 दिसंबर थी। कश्मीर के 183, जम्मू के 396 और लद्दाख 45 प्रतिनिधियों ने डॉ. फारूक अब्दुल्ला के अध्यक्ष बनाए जाने का समर्थन किया। इस तरह सर्वसम्मति से वह पार्टी अध्यक्ष चुने गए हैं।
उमर अब्दुल्ला ने क्या कहा
उमर अब्दुल्ला ने डॉ. फारूक को फिर से अध्यक्ष बनाए जाने पर बधाई दी है। उन्होंने कहा, 'फारूक साहब ने हम सबको झटका दे दिया था जब एक मीटिंग के दौरान उन्होंने अध्यक्ष पद छोड़ने की घोषणा की थी, लेकिन पार्टी उन्हें पार्टी नेतृत्व छोड़ने की अनुमति नहीं दे सकती है। मैंने उन्हें इस पद को स्वीकार करने के लिए राजी किया, अन्यथा पार्टी अध्यक्ष नहीं होगा।