Highlights
- आरोपियों को 27 अगस्त को होना है पेश
- 21.55 करोड़ रुपये की संपत्ति हो चुकी है कुर्क
- 43.69 करोड़ रुपये के गबन का आरोप
Farooq Abdullah: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार को कहा कि उसने जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (JKCA) में कथित अनिमियतता से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और अन्य के खिलाफ चार्जशीट दायर किया है। ED ने एक बयान में बताया कि श्रीनगर में स्पेशल प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) कोर्ट में 4 जून को प्रॉसीक्यूशन की शिकायत दायर की गई है।
चार्जशीट में कई नाम हैं शामिल
ED ने अहसान अहमद मिर्जा और मीर मंजूर गजनाफ्फर और कुछ अन्य को भी आरोपी बनाया है। अहमद और गजनाफ्फर JKCA के पूर्व कोषाध्यक्ष हैं। बयान में बताया गया है कि कोर्ट ने आरोपियों को 27 अगस्त को उसके सामने पेश होने के लिए कहा है। मिर्जा को सितंबर 2019 में ED ने गिरफ्तार किया था और इसी साल नवंबर में उनके खिलाफ चार्जशीट दायर किया गया था। मामले की सुनवाई चल रही है। एजेंसी इस मामले के संबंध में अब्दुल्ला से कई बार पूछताछ कर चुकी है। जांच एजेंसी 3 अलग अलग आदेशों के तहत अतीत में अब्दुल्ला और अन्य की 21.55 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क कर चुकी है।
43.69 करोड़ रुपये के गबन का आरोप
ED ने कहा कि JKCA के बैंक खातों से संगठन के पदाधिकारियों समेत असंबंध पक्षों के निजी खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए और खातों से पैसा निकाला गया जिसके बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं है। उसने कहा कि इस तरह से JKCA के पैसे को गबन किया गया है। एजेंसी का मामला 2018 में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) की ओर से इन्हीं आरोपियों के खिलाफ दायर चार्जशीट पर आधारित है। CBI के चार्जशीट में पूर्व लेखापाल बशीर अहमद मिसगर और गुलजार अहमद बेग को आरोपी बनाया था और आरोप लगाया था कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) की ओर से राज्य में खेल को बढ़ावा देने के लिए 2002-2011 के बीच JKCA को मिले पैसों में से 43.69 करोड़ रुपये का गबन किया गया है।
फंड का किया गया दुरुपयोग
ED ने पहले कहा था कि उसकी जांच में सामने आया है कि JKCA को वित्त वर्ष 2005-2006 से 2011-2012 (दिसंबर 2011 तक) के दौरान 3 बैंक खातों में बीसीसीआई से 94.06 करोड़ रुपये मिले। उसने आरोप लगाया कि JKCA के तहत कई बैंक खाते खोले गए जिनमें फंड को ट्रांसफर किया गया। उसने कहा कि नए बैंक खातों और पुराने बैंक खातों का बाद में JKCA के फंड का दुरुपयोग करने के लिए इस्तेमाल किया गया।