Highlights
- नवजोत सिंह सिद्धू ने किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर पीएम मोदी पर साधा निशाना
- पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने रैली में खाली कुर्सियों को ‘बेशर्मी से’ संबोधित किया- सिद्धू
- प्रधानमंत्री के पंजाब दौरे में ‘सुरक्षा में चूक’ की जांच के लिए 3 सदस्यीय समिति गठित
चंडीगढ़: कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में ‘गंभीर चूक’ की घटना की पृष्ठभूमि में बृहस्पतिवार को कहा कि मोदी 15 मिनट तक इंतजार करने से परेशान हो गए, जबकि किसान केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ एक साल तक प्रदर्शन करते रहे। उन्होंने बरनाला में एक सभा को संबोधित करने के दौरान कहा, ‘‘प्रधानमंत्री साहब, मैं आपसे कहना चाहता हूं कि हमारे किसान भाई दिल्ली की सीमाओं पर एक साल से अधिक समय तक डटे रहे, मुझे बताइए कि वे डेढ़ साल तक रुके रहे। आपके मीडिया ने कुछ नहीं कहा। कल आपको 15 मिनट तक इंतजार करना पड़ गया।’’ सिद्धू ने सवाल किया, ‘‘यह दोहरा मापदंड क्यों है?’’
नवजोत सिंह सिद्धू ने आरोप लगाया कि किसानों की आय दोगुनी करने का वादा करके प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के पास जो बचा-खुचा था, उसे भी छीन लिया। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि फिरोजपुर में बुधवार को प्रस्तावित रही प्रधानमंत्री की रैली में सिर्फ 500 लोग पहुंचे थे। सिद्धू ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने रैली में खाली कुर्सियों को ‘बेशर्मी से’ संबोधित किया। बाद में उन्होंने ट्वीट करके आरोप लगाया कि रैली में लोगों के नहीं आने से ध्यान भटकाने के लिए पूरी कहानी बनाई गई।
उल्लेखनीय है कि चुनावी राज्य पंजाब के दौरे पर गए प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में बुधवार को उस वक्त ‘‘गंभीर चूक’’ की घटना हुई, जब फिरोजपुर में कुछ प्रदर्शनकारियों ने एक सड़क मार्ग को अवरुद्ध कर दिया जहां से उन्हें गुजरना था। इस वजह से प्रधानमंत्री एक फ्लाईओवर पर 20 मिनट तक फंसे रहे। घटना के बाद प्रधानमंत्री दिल्ली लौट गए। वह ना तो किसी कार्यक्रम में शामिल हुए और ना ही दो साल के बाद राज्य में अपनी पहली रैली को संबोधित कर सके।
प्रधानमंत्री के पंजाब दौरे में ‘सुरक्षा में चूक’ की जांच के लिए 3 सदस्यीय समिति गठित
केंद्र ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में ‘‘गंभीर चूक’’ की जांच के लिए गुरुवार को 3 सदस्यीय समिति का गठन किया। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस घटना को सुरक्षा में "बड़ी चूक" करार दिया है जिसकी वजह से वीवीआईपी के लिए ‘‘गंभीर जोखिम’’ पैदा हुआ। गृह मंत्रालय ने जिम्मेदारी तय करने और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के अलावा राज्य सरकार से तत्काल रिपोर्ट भी मांगी है।
3 सदस्यीय समिति का नेतृत्व मंत्रिमंडल सचिवालय के सचिव (सुरक्षा) सुधीर कुमार सक्सेना करेंगे और इसमें गुप्तचर ब्यूरो के संयुक्त निदेशक बलबीर सिंह और विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) के महानिरीक्षक एस सुरेश भी शामिल होंगे। समिति को जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने की सलाह दी गई है।
इस संबंध में एक प्रवक्ता ने ट्वीट किया, "गृह मंत्रालय ने माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 05.01.2022 को फिरोजपुर, पंजाब की यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर चूक, जिसके कारण वीवीआईपी के लिए गंभीर सुरक्षा जोखिम उत्पन्न हुआ, की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है।’’ गृह मंत्रालय की समिति का गठन घटना के 1 दिन बाद किया गया है जब मोदी को कुछ प्रदर्शनकारियों द्वारा सड़क अवरुद्ध किए जाने के कारण 20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहने के बाद पंजाब की अपनी यात्रा से वापस लौटना पड़ा।