किसानों का विशाल हुजूम आज अपनी मांगों को लेकर सुबह 9.30 बजे दिल्ली की ओर कूच करने वाला है। ट्रैक्टरों में सवार पंजाब और हरियाणा के किसान दिल्ली पहुंचकर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले हैं। इसके मद्देनजर दिल्ली पुलिस हाई अलर्ट पर है। इस बीच, दिल्ली में एक महीने के लिए धारा 144 भी लागू कर दी गई है। वहीं, दिल्ली-यूपी, दिल्ली-पंजाब और दिल्ली-हरियाणा को जोड़ने वाली सीमाओं पर भारी पुलिस बल तैनात है। प्रशासन की कोशिश किसानों को दिल्ली में किसी भी तरह प्रवेश करने से रोकना है। किसान केंद्र सरकार से अपनी अधूरी मांगों को मनवाने के लिए मंगलवार को धरने पर बैठ सकते हैं। ऐसे में दिल्ली-एनसीआर में आज से जाम भी देखने को मिल सकता है। हालांकि, एक दिन पहले ही दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी कर दी है। दफ्तर जाने से पहले ट्रैफिक के अपडेट्स जरूर पढ़ लें, वरना जाम में फंस सकते हैं-
दिल्ली के वे चार बॉर्डर जहां जाम में फंस सकते हैं आप
टीकरी बॉर्डर: बॉर्डर के साथ लगते मेट्रो रेल के पिलरों पर सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं। दिल्ली से बहादुरगढ़ आने वाला रास्ता भी बैरिकेड्स के जरिए संकरा कर दिया गया है। पैरामिलिट्री फोर्स तैनात हो सकती है। दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की 20 कंपनियों की डिमांड सरकार से की है।
सरहौल बॉर्डर: सरहौल, कापसहेड़ा, महरौली, बिजवासन और नजफगढ़ की साइड पुलिस ने कटीले तार और सीमेंट के बैरिकेड्स लगा दिए हैं। गुड़गांव जिला प्रशासन का कहना है कि अभी शहर में पूरी तरह शांति है। सोमवार शाम तक ट्रैफिक पुलिस की ओर से कोई एडवाइजरी या रूट डायरवर्जन जारी नहीं किया गया था।
फरीदाबाद बॉर्डर: किसान नेताओं को नोटिस जारी कर चेताया गया है कि प्रदर्शनकारियों ने आंदोलन की आड़ में सीमा लांघी तो कार्रवाई होगी। सरकारी संपत्ति के नुकसान की भरपाई आंदोलन की अगुआई करने वाले किसानों से की जाएगी। दिल्ली-फरीदाबाद बॉर्डर पर वाहनों की जांच की जा रही है। बॉर्डर सील नहीं है।
नोएडा बॉर्डर: ट्रैफिक पुलिस ने चिल्ला, डीएनडी और कालिंदी कुंज बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर दी है। नोएडा से दिल्ली में वाहनों को चेकिंग के बाद ही एंट्री मिल सकेगी। ट्रैफिक दबाव बढ़ने पर डायवर्जन भी किया जा सकता है। भारी वाहनों की एंट्री रोक दी गई है। ऐसे में बॉर्डर के आस-पास की सड़कों पर भी डायवर्जन हो सकता है।
गाजियाबाद, वैशाली, वसुंधरा से दिल्ली आने-जाने वाले दें ध्यान
जो वाहन चालक दिल्ली से गाजियाबाद सीधे इंदिरापुरम, नोएडा सेक्टर- 62, सिद्धार्थ विहार, क्रॉसिंग रिपब्लिक निकलना चाहते हैं, वे यूपी गेट से NH- 9 होकर सीधे निकल सकते हैं, लेकिन जिन्हें कौशांबी, वैशाली, लिंक रोड, मोहन नगर की तरफ जाना है, वे आनंद विहार से ही होकर आना-जाना करें। दिल्ली पुलिस ने NH- 9 की सर्विस लेन बैरिकेड लगाकर बंद की है, लेकिन NH- 9 व दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे खुला हुआ है। यूपी से दिल्ली में आने वाले वाहन चालकों को जाम का सामना करना पड़ सकता है। वॉटर केनन वाहन भी खड़े किए हुए हैं।
नोएडा वाले ध्यान दें, जानें कौन से रास्ते खुले, कौन से बंद
- चिल्ला बॉर्डर से दिल्ली जाने वाले सेक्टर- 14ए फ्लाईओवर से सेक्टर- 15 गोलचक्कर होकर संदीप पेपर मिल चौक, झुण्डपुरा चौक से जा सकेंगे।
- डीएनडी से दिल्ली जाने वाले फिल्मसिटी फ्लाओवर से सेक्टर- 18 होकर एलिवेटेड रोड से निकल सकेंगे।
- कालिंदी बॉर्डर से दिल्ली जाने वाले वाहन महामाया फ्लाईओवर से सेक्टर- 37 होकर जा सकेंगे।
- यमुना एक्सप्रेस-वे का प्रयोग कर दिल्ली जाने वाला यातायात जेवर टोल से खुर्जा की ओर उतरकर जहांगीरपुर होकर गन्तव्य को जा सकेगा।
- पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे से उतरकर सिरसा, परी चौक होकर दिल्ली जाने वाले वाहन सिरसा पर न उतरकर दादरी, डासना होकर निकलेंगे।
कुछ मेट्रो स्टेशन हो सकते हैं बंद
किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर एरिया से सटे मेट्रो स्टेशनों पर भी चौकसी बढ़ा दी गई है। सूत्रों का कहना है कि जरूरत पड़ने पर कुछ मेट्रो स्टेशनों को एहतियातन बंद किया जा सकता है। सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर के नजदीक तो कोई मेट्रो स्टेशन नहीं है, लेकिन टीकर बॉर्डर से मेट्रो की ग्रीन लाइन होकर गुजरती है। ऐसे में अगर उस तरफ से प्रदर्शनकारी मेट्रो के जरिए मूवमेंट करने का प्रयास करते हैं, तो फिर उन्हें रोकने के लिए ग्रीन लाइन के कुछ मेट्रो स्टेशनों को बंद किया जा सकता है।
किसानों को रोकने के लिए क्या है तैयारी?
हरियाणा और पंजाब की सीमाओं पर अंबाला-कैथल बाईपास पर सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। अंबाला के पास शंभू में पंजाब से लगी सीमा सील कर दी गई है। किसानों को रोकने के लिए जींद और फतेहाबाद जिलों की सीमाओं पर व्यापक इंतजाम किए गए हैं। किसानों को पुलिस बैरिकेडिंग फांदने से रोकने के लिए घग्गर फ्लाईओवर पर सड़क के दोनों किनारों पर लोहे की चादरें लगाई गई हैं। पंजाब से लगे बॉर्डर पर पानी की बौछारें और दंगा-रोधी वाहन तैनात कर दिए गए हैं। प्रशासन ने पंजाब से हरियाणा में प्रदर्शनकारियों को नदी के रास्ते आने से रोकने के लिए घग्गर नदी के तल की भी खुदाई कर दी है। हरियाणा सरकार ने शांति भंग होने की आशंका के चलते 11 से 13 फरवरी तक सात जिलों- अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में मोबाइल इंटरनेट सर्विस और एक साथ कई एसएमएस भेजने पर रोक लगा दी है।
दिल्ली की सीमाओं पर धारा-144 लागू
दिल्ली पुलिस ने किसानों के ऐलान के बाद गाजीपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर पर धारा 144 लगा दी है। इसके साथ ही सीमाओं पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं। पुलिस इन सीमाओं से गुजरने वाले वाहनों की जांच भी कर रही है। इसके साथ ही हरियाणा और पंजाब बॉर्डर पर वहां की पुलिस ने सतर्कता बढ़ाई है। किसानों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए सीमेंट के बैरिकेड्स लगा दिए हैं और नहरों में पानी छोड़ दिया गया है। इसके साथ ही सड़कों पर कीलें भी बिछा दी गई हैं। कई लेयर बैरिकेटिंग लगा दी गई है, पत्थर की बैरीकेटिंग भी लगाई है।
किसानों की सरकार से क्या है मुख्य मांग?
- सरकार को एमएसपी (MSP) की कानूनी गारंटी दे।
- किसानों के लिए पेंशन सुविधा और फसल बीमा की भी सुविधा दी जाए।
- किसानों ने 2020 में हुए प्रदर्शन के दौरान जिन लोगों पर केस दर्ज हुए, उनके ऊपर से केस हटाने की मांग भी की है।
- किसानो की तरफ से ये भी मांग रखी गई है कि खेती के सेक्टर में स्वामीनाथन कमीशन की सिफारिशों को जल्द से जल्द लागू किया जाए।
- लखीमपुर हिंसा के पीड़ितों के लिए भी न्याय की मांग उठाई गई है।