किसान आज फिर से दिल्ली कूच करने की तैयारी कर रहे हैं। अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे किसान संगठन और सरकार के बीच चौथे दौर की बातचीत फेल होने के बाद राष्ट्रीय राजधानी के बॉर्डर पर डटे किसान संगठन आज एक बार फिर दिल्ली रवाना हो रहे हैं तो वहीं, इस आंदोलन के कारण दिल्ली की किला बंदी कर दी गई है। किसानों की तैयारी को देखते हुए पुलिस-प्रशासन पूरी तरह चौकस है। इस बार किसानों ने बैरिकेडिंग को तोड़ने के लिए और पुलिस के बल प्रयोग से बचने के लिए खास तैयारी की है। किसान शंभू बॉर्डर पर बड़ी-बड़ी मशीनों के साथ पहुंचे हैं। किसान संगठन आज शंभू बॉर्डर और खनौली बॉर्डर से दिल्ली के लिए कूच करेंगे।
सरकार ने की शांति और बातचीत की अपील
वहीं, केंद्र सरकार ने किसानों से शांति और बातचीत की अपील की है। एहतियातन प्रशासन ने पूरे बॉर्डर की किलेबंदी कर दी है और किसानों को रोकने के सभी उपाय किए हैं। गृह मंत्रालय ने मामले पर एक्शन मोड अपना लिया है। मंत्रालय ने पंजाब सरकार को अपनी कड़ी आपत्ति जताई है। साथ ही इंटरनेट, व्हाट्सएप, फेसबुक पर भी रोक लगा दी है। पंजाब सरकार को भेजे एक पत्र में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से राज्य में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति चिंता का विषय है और उसने कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को भी कहा है।
जेसीबी और पोकलेन मशीन मंगवाई
इस आंदोलन को देखते हुए पंजाब टू दिल्ली हाई अलर्ट पर है। किसानों ने बीते दिन ऐलान किया था कि किसान संगठन बुधवार 21 फरवरी को फिर दिल्ली कूच करेंगे। किसानों ने बताया कि वे शंभू बॉर्डर से आज सुबह 11 बजे रवाना होंगे। हालांकि किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। बॉर्डर पर पुलिस के साथ-साथ पैरा मिलिट्री के जवानों को भी तैनात किया गया है। बॉर्डर पर कई लेयर की बैरिकेडिंग की गई है।
वही पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ने के लिए किसान अपने साथ इस बार पोकलेन मशीन और जेसीबी लेकर आए हैं। जिसे देखते हुए गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार को चिट्ठी लिखकर किसानों की आड़ में उपद्रव करने वालों पर एक्शन लेने को कहा है। दूसरी तरफ केंद्र सरकार अभी भी किसान संगठनों से बात करने को तैयार है, लेकिन किसान संगठन दिल्ली जाने पर अड़े हुए हैं।
पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर 14,000 लोग इकट्ठा
सूत्रों के मुताबिक 1,200 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों, 300 कारों, 10 मिनी बसों और छोटे वाहनों के साथ लगभग 14,000 लोग पंजाब-हरियाणा सीमा पर एकत्र हुए हैं। गृह मंत्रालय ने कहा है कि केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 14,000 लोगों को राजपुरा-अंबाला रोड पर शंभू बैरियर पर इकट्ठा होने की अनुमति दी गई है, जिसमें लगभग 1,200 ट्रैक्टर-ट्रॉलियां, 300 कारें, 10 मिनी बसें और अन्य छोटे वाहन शामिल हैं। दावा किया गया है कि इसी तरह, पंजाब ने ढाबी-गुजरान बैरियर पर करीब 500 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ लगभग 4,500 लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति दी है।