देहरादून: टमाटर, जो कभी 10-20 रुपए किलो होता था आज वह 200 रुपए से भी ऊपर बिक रहा है। टमाटर को लेकर एक से बढ़कर एक जोक भेजे जा रहे हैं। बढ़ते हुए दामों ने सब्जियों और सलाद का स्वाद बिगाड़ दिया है। टमाटर आम लोगों के दायरे से बाहर होता जा रहा है। अब टमाटर और अन्य सब्जियों के दामों में मुनाफाखोरी रोकने के लिए देहरादून जिला प्रशासन रोजाना टमाटर और सब्जियों की रेट लिस्ट सोशल मीडिया पर प्रसारित करेगा।
कुछ दिनों से सब्जियों के दाम आसमान छू रहे
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। फुटकर में टमाटर और सब्जियों को मनमाने दामों में बेचा जा रहा है। दामों को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से टमाटर के दाम तय किए गए हैं। लेकिन, इसके बाद भी फुटकर विक्रेता मनमाने दाम वसूल रहे हैं। ऐसे में मुनाफाखोरी रोकने के लिए मंगलवार को जिलाधिकारी सोनिका ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने टीमों को अपने-अपने क्षेत्रों में नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
मंडियों में सब्जियों के दामों में एकरूपता रहे
डीएम ने कहा कि मंडियों में सब्जियों के दामों में एकरूपता रहे, इसके लिए जिला पूर्ति अधिकारी एवं मंडी निरीक्षक प्रत्येक खुदरा एवं फुटकर सब्जी की दुकानों, ठेली, रेहड़ी पर सब्जियों की रेट लिस्ट चस्पा करें और रोजाना की दरों की सूची प्रेषित करें। उन्होंने कहा कि रोजाना सब्जी की लिस्ट जिला प्रशासन के सोशल मीडिया अकांउट पर भी प्रसारित की जाएगी। डीएम ने निर्देश दिए कि मुनाफाखोरी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
इनपुट- आईएएनएस