नई दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार ने इंडिया टीवी को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा कि पूरी अयोध्या त्रेता युग की तरह श्रीराम के लौटने का इंतजार कर रही है। उन्होंने कहा कि देशभर से 450 संत इस आयोजन में पधारेंगे। 150 से अधिक मत, पंथ संप्रदाय के लोग शामिल होंगे। अनुसूचित समाज के लोग होंगे। सिख, जैन, बौद्ध धर्म के लोग भी इस आयोजन में शामिल होंगे। 2500 लोग जो भारत के राष्ट्र जीवन के हर क्षेत्र के शिखर पुरुष हैं उन्हें भी आमंत्रित किया गया है।
वहीं इस सवाल पर कि अर्धनिर्मित मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कराने की इतनी जल्दी क्यों है? आलोक कुमार ने कहा कि ग्राउंड फ्लोर पर रामलला को स्थापित होना है और ग्राउंड फ्लोर बनकर तैयार है। शास्त्रीय दृष्टि से इसमें किसी तरह का दोष नहीं है। काशी के बड़े विद्वानों से पूछकर निर्णय किया।
वहीं प्राण प्रतिष्ठा समारोह में निमंत्रण के सवाल पर आलोक कुमार ने कहा कि हमने सबको बुलाया। प्रधानमंत्री, पक्ष और विपक्ष के सभी नेताओं को बुलाया गया है। बीजेपी अध्यक्ष को बुलाया तो विरोधी दलों के अध्यक्षों को भी बुलाया। हमारा तो प्रयत्न ये है कि यह सभी का कार्यक्रम है। लेकिन अगर किसी को हर चीज में बीजेपी और आरएसएस नजर आता है तो मैं उनकी सहायता नहीं कर सकता।
हाइजैक के आरोप पर उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम सबका है। जो 450 लोग और 2500 लोग आ रहे हैं वो किसी कैडर के लोग नही हैं। यह किसी एक मंच का कार्यक्रम नहीं है। हम आगे भी यह प्रयत्न करेंगे कि सबलोग इसमें आएं। उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्रीराम के आगमन की त्रेता युग जैसी तैयारी हो रही है। रास्ते चौड़े हो गए हैं। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट मंदिर के जैसा लगता है। सारे प्राइवेट प्रॉपर्टीज भी लिपाई पुताई से सुंदर दिख रहा है।