नई दिल्ली: भारतीय विमानन कंपनियों द्वारा संचालित दर्जनों घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में बम होने की धमकी पिछले 24 घंटों में मिल चुकी है। जिन फ्लाइट्स में बम होने की धमकी मिली हैं, उनमें इंडिगो, विस्तारा, अकासा और एअर इंडिया की उड़ानें शामिल हैं। पिछले करीब 9 दिनों में भारतीय विमानन कंपनियों द्वारा संचालित 150 से अधिक उड़ानों में बम होने की धमकियां मिली हैं। इस बीच जांच में @schizobomer10 नाम का एक X हैंडल भी सामने आया है जिससे अलग-अलग फ्लाइट्स के लिए धमकी भरे ट्वीट किए गए हैं। वहीं, @chetansingh444 और @Andtulip17849 हैंडल्स से भी धमकियां देने की बातें सामने आई हैं।
धमकियों से हो रहा करोड़ों रुपये का नुकसान
बता दें कि बम की धमकियां मिलने के बाद होने वाली प्रक्रिया में न सिर्फ एयरलाइंस को, बल्कि यात्रियों को भी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। फ्लाइट में बम की धमकी मिलने के बाद पूरी फ्लाइट को चेक किया जाता है, जिससे पैसेंजर्स को परेशानी होती है। साथ ही एयरलाइंस को जांच के दौरान समय, ईंधन और अन्य कई चीजों में करोड़ों का नुकसान होता है। पिछले 2 दिनों में मिली बम की धमकियों की वजह से विभिन्न एयरलाइंस को करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है और अभी भी धमकियों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा।
धमकियों में क्या लिखा है X हैंडल्स ने
X हैंडल @schizobomer10 ने अलग-अलग फ्लाइट्स के लिए धमकी भरे पोस्ट किए हैं। एक पोस्ट में इसने अंग्रेजी में लिखा है, ‘There are bombs onboard flight 91650. It departed from Amritsar and supposed to land at Dehradun. Everyone will die. The terrorists that are onboard will soon detonate the bombs. All the passengers will turn into nothing but BLOOD.’ बता दें कि बम की ये धमकियां आने के बाद पूरी फ्लाइट्स की जांच कराई जा रही है और तभी उन्हें उड़ान पर भेजा जा रहा है। ये X अकाउंट 16 अक्टूबर तक एक्टिव था उसके बाद इसे सस्पेंड कर दिया गया था। इसी तरह @chetansingh444 और @Andtulip17849 हैंडल्स से भी बम की धमकियां दी गईं।
अभी तक हो पाई है सिर्फ एक गिरफ्तारी
बता दें कि अभी तक पता नहीं चल पाया है कि आखिर फ्लइट्स में बम की इतनी धमकियों के पीछे किसका हाथ है। एजेंसियां इस बात का पता लगाने में जुटी हुई हैं कि आखिर ये धमकियां क्यों दी जा रही हैं। इस मामले में अभी तक एक गिरफ्तारी हुई है जो कि मुंबई से हुई है। सोशल मीडिया के जिन हैंडल्स का धमकियां देने में इस्तेमाल किया गया है, एजेंसियां उन तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं।