Highlights
- 5 राज्यों में कुछ महीने बाद होने हैं चुनाव
- इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी की थी सख्त टिप्पणी
- कल चुनाव आयोग का यूपी दौरा
नयी दिल्ली: अगले साल की शुरुआत में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए निर्वाचन आयोग की तैयारियों के बीच इसके शीर्ष अधिकारी आज केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के साथ बातचीत करेंगे।सूत्रों की तरफ से बताया गया है कि आयोग द्वारा भूषण से कोविड-19 की स्थिति और ओमीक्रोन स्वरूप के प्रसार के बारे में पूरी जानकारी लेने की संभावना है। गोवा, पंजाब, उत्तराखंड और मणिपुर विधानसभाओं का कार्यकाल अगले साल मार्च में अलग-अलग तारीखों पर समाप्त हो रहा है, जबकि उत्तर प्रदेश में विधानसभा का कार्यकाल मई में समाप्त होगा।
निर्वाचन आयोग अगले महीने चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है। आयोग चुनाव प्रचार, मतदान के दिनों और मतगणना की तारीखों के लिए अपने कोविड-19 प्रोटोकॉल में सुधार को लेकर भूषण से सुझाव भी मांग सकता है।
उत्तर प्रदेश में चुनावी तैयारियों का जायजा लेने के लिए मंगलवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त और निर्वाचन आयुक्तों के राज्य का दौरा करने का कार्यक्रम है। पिछले दिनों इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति शेखर यादव की पीठ ने बीते गुरुवार को सरकार और निर्वाचन आयोग से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को एक या दो महीने के लिए टालने और कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर की आशंका के बीच सभी राजनीतिक रैलियों पर प्रतिबंध लगाने पर विचार करने का आग्रह किया था। हाईकोर्ट ने कहा था, "जान है तो जहान है।"
इलाहाबाद उच्च न्यायालय की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने शुक्रवार को देहरादून में कहा, ‘‘मैं अगले हफ्ते उत्तर प्रदेश का दौरा करूंगा। स्थिति की समीक्षा करने के बाद उचित फैसला किया जाएगा।’’ आयोग चुनाव पूर्व तैयारियों का जायजा लेने के लिए पहले ही पंजाब, गोवा और उत्तराखंड का दौरा कर चुका है।
इनपुट- भाषा