Cyclone Asani: चक्रवात 'अशनि' का असर दिखने लगा है। आंध्र प्रदेश के काकीनाडा के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई है। वहीं समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। अशनि से प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत के लिए NDRF ने कुल 50 टीमों को तैनात किया है। 50 टीमों में से 22 को पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में तैनात किया गया है। जबकि शेष 28 को इन राज्यों में अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है।
भारती मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक सोमवार को चक्रवात 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा था। वहीं पिछले 6 घंटों के दौरान पांच किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ा और सुबह 5:30 बजे काकीनाडा से 300 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में, विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) से 330 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में, गोपालपुर (ओडिशा) से 510 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में और पुरी (ओडिशा) से 590 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था। 12 मई की सुबह चक्रवात कमजोर हो जाएगा।
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने मंगलवार को बेहद तीव्र चक्रवात ‘असानी’ से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया। चक्रवात के कारण ओडिशा और पश्चिम बंगाल में सोमवार को भारी से मध्यम बारिश हुई। मंगलवार को ओडिशा में ठंडी हवाएं चली और समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठीं। तटीय क्षेत्रों और समुद्री तटों में पर्यटन संबंधी गतिविधियों को 13 मई तक निलंबित रखने का सुझाव दिया गया है, वहीं मुछवारों को अगले कुछ दिनों तक क्षेत्र से दूर रहने को कहा गया है।
चक्रवाती तुफान का असर दिल्ली में भी देखने को मिला है। दिल्ली में अधिकतम तापमान मंगलवार को 40 डिग्री से नीचे चला गया। मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली में अगले दो दिनों तक 'लू' चलने की कोई संभावना नहीं है। इस तुफान का असर बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ में भी रहेगा।