झारखंड में बीते कुछ दिनों में कई बड़े सियासी बदलाव देखने को मिले हैं। कथित जमीन घोटाला मामले में जेल में बंद हेमंत सोरेन को हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है। इसके ठीक बाद राज्य के सीएम चंपई सोरेन ने इस्तीफा दे दिया और हेमंत सोरेन ने एक बार फिर से नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। हालांकि, ईडी ने एक बार फिर से हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
सुप्रीम कोर्ट पहुंची ED
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ जमीन घोटाले के मामले में हाई कोर्ट से मिली जमानत का मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने कड़ा कदम उठाया है। झारखंड हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ जांच एजेंसी ईडी सुप्रीम कोर्ट पहुच गई है। ईडी ने हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। बता दें कि हाल ही में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जमीन घोटाले से जुड़े मामले में हाई कोर्ट बड़ी राहत मिली है।
जीता था विश्वास मत
बीते दिनों हेमंत सोरेन ने राज्य की विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया, जिसमें उनके सहयोगी दलों को मिलाकर कुल 45 वोट मिले। इसके साथ ही हेमंत सोरेन ने बहुमत के साथ विश्वास प्रस्ताव जीत लिया। आपको बता दें कि झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा में वर्तमान में 76 विधायक हैं।
झामुमो ने क्या कहा?
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की लोकप्रियता से भयभीत है इसीलिए वह उनके खिलाफ एक और षड्यंत्र रच रही है। झामुमो प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि उच्च न्यायालय ने पाया कि सोरेन के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है। हेमंत सोरेन का झारखंड में फिर से मुख्यमंत्री बनना भाजपा को हजम नहीं हो रहा है। सोरेन की लोकप्रियता ने उन्हें डरा दिया है। विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने नयी साजिश रचनी शुरू कर दी है।
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