रायपुर: छत्तीसगढ़ में आज ईडी ने फिर एक बड़ी कार्रवाई की है। छत्तीसगढ़ में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने बुधवार को तड़के शराब और होटल कारोबारियों पर छापे मारी की हैं। बड़े उद्योगपति कमल सारडा, कोल परिवहन और जमीन के कारोबार से जुड़े लोगों और कुछ अधिकारियों पर छापे के बाद यह दूसरा दिन है। आज एक आला अधिकारी समेत राजनैतिक रसूख रखने वाले रायपुर मेयर एजाज ढेबर व उनके होटल व्यवसायी भाई अनवर ढेबर उर्फ अनु पर ईडी ने छापेमारी की है। ईडी ने इसके अलावा शराब ठेकेदार अमोलक सिंह भाटिया बिलासपुर,पप्पू भाटिया रायपुर और कृषि विभाग में बड़ी सप्लाई करने वाले मनदीप चावला समेत आईएएस अनिल टुटेजा के करीबी सौरभ जैन के छापेमारी की है। मिली जानकारी के मुताबिक मेयर एजाज ढेबर, शराब कारोबारी अमोलक सिंह भाटिया,बलदेव सिंह भाटिया,पप्पू बंसल, विनोद बिहारी आदि लोगों के यहां ईडी ने सुबह-सुबह छापेमारी शुरू की है।
हवाला के जरिए भेजे गए पैसे
इस ताबड़तोड़ छापेमारी से एक बार फिर राज्य में भूचाल-सा आ गया है। बता दें कि इनमें ढेबर परिवार के यहां पहले इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का छापा पड़ चुका है, जिसके आधार पर ही ईडी द्वारा आगे जांच की बात कही गई है। सूत्रों की मानें तो ईडी को इस बात के संकेत मिले हैं कि शराब माफियाओं के द्वारा पैसे इकट्ठा करवाकर अन्य माध्यम से दूसरे राज्य में भी हवाला के माध्यम से रुपए भेजे गए हैं। जानकारी के लिए बता दें कि ईडी के द्वारा आईएएस अनिल टुटेजा को नान घोटाले में आरोपी बनाया गया है। जिसका मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। अनिल टुटेजा एक प्रमोटी आईएएस है। सूत्रों के मुताबिक, शराब ठेकेदार अमोलक सिंह भाटिया बिलासपुर, पप्पू भाटिया रायपुर व रायपुर नगर निगम के मेयर एजाज ढेबर उनके भाई अनवर ढेबर होटल व्यवसायी और कृषि विभाग में सप्लाई करने वाले मनदीप चावला और एक प्रमोटी आईएएस अनिल टुटेजा और उनके करीबी सौरभ जैन के यहां छापेमारी की गई है।
ईडी का दूसरे दिन और बड़ा धमाका
छापेमारी के विषय में विस्तार से जानकारी अभी नहीं मिल पाई है। बता दें कि ईडी को जानकारी मिली है कि शराब माफियाओं के द्वारा दूसरे राज्य में पैसा एकत्र कर हवाला के जरिए दूसरे राज्य में पैस भेजे गए हैं। जानकारी के लिए बता दें कि ईडी ने बीते दिन भी छापेमारी की थी। ये छापेमारी के के श्रीवास्तव के यहा की गई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, के.के, श्रीवास्तव हवाला कारोबार में लिप्त हैं। इन छापों के बाद छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा जताई गई आशंका की चर्चा तेज हो गई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि चुनाव आते-आते छापे और बढ़ेंगे।
पहले ही इनकम टैक्स का छापा
गौरतलब है कि ढेबर के यहां पहले ही इनकम टैक्स का छापा पड़ा था, जिसके बाद मामला ईडी में गया। कल ईडी की कार्यवाही छत्तीसगढ के राजनैतिक गलियारों में रसूखदार के के श्रीवास्तव के यहां हुई थी। के के श्रीवास्तव अपनी राजनैतिक पहुंच का हवाला देकर बड़े अधिकारियों तक पर धौंस जमाता था। पूजा पाठ और तंत्र मंत्र के ज्ञान की बात भी ये शख्स करता था। सूत्रों की मानें तो अन्य जगहों पर पैसों का लेनदेन के लिए के के श्रीवास्तव भी इसमें मुख्य भूमिका निभा रहा था। बहरहाल सूत्रों की मानें तो ईडी के पास इतने प्रमाणित तथ्य हैं कि उससे इंकार कर पाना इन सबके लिए एक टेढ़ी खीर ही साबित होगी।
(रिपोर्ट- अलोक शुक्ला)
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