Highlights
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनेस्को के इस फैसले की सराहना करते हुए इसे गर्व एवं खुशी का पल करार दिया है।
- गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रत्येक भारतीय को इस उपलब्धि पर गर्व है।
- यूनेस्को ने ट्वीट किया, कोलकाता में दुर्गा पूजा को अभी-अभी अमूर्त विरासत सूची में शामिल किया गया है।
कोलकाता/नयी दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के दुर्गा पूजा उत्सव को विरासत का दर्जा दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनेस्को के इस फैसले की सराहना करते हुए इसे गर्व एवं खुशी का पल करार दिया है। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रत्येक भारतीय को इस उपलब्धि पर गर्व है। यूनेस्को ने ट्विटर पर देवी दुर्गा की मूर्ति वाली एक तस्वीर के साथ ट्वीट किया, 'कोलकाता में दुर्गा पूजा को अभी-अभी अमूर्त विरासत सूची में शामिल किया गया है। भारत को शुभकामनाएं।'
2008 से जारी हो रही है यूनेस्को की यह लिस्ट
राज्य विरासत आयोग के अध्यक्ष सुवप्रसन्ना ने कहा कि दुर्गा पूजा पंडालों के निर्माण के शिल्प कौशल को प्रदर्शित करने वाले 'रेड रोड कार्निवल' ने दुनिया भर में लोगों को इसकी भव्यता को लेकर जागरूक किया है जोकि त्योहार का पर्याय है। बता दें कि यूनेस्को ने 2008 में अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची जारी करने का काम शुरू किया था। इस लिस्ट को जारी करने का मकसद दुनियाभर की कुछ बेहतरीन अमूर्त सांस्कृतिक विरासतों की बेहतर सुरक्षा एवं उनके महत्व के बारे में दुनिया को जागरूक करना था।
‘प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व और उल्लास का पल’
कोलकाता के दुर्गा पूजा उत्सव को विरासत का दर्जा मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनेस्को के इस फैसले की सराहना की और इसे प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व और उल्लास का विषय करार दिया। मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व और उल्लास का पल। दुर्गा पूजा हमारी सर्वोत्तम परंपराओं और लोकाचार को पेश करती है और कोलकाता की दुर्गा पूजा का अनुभव हर किसी के पास होना चाहिए।'
‘हर भारतीय इस पर गौरवान्वित है’
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, ‘दुर्गा पूजा का पावन पर्व भारत की शानदार सांस्कृतिक विरासत और एकता की भावना को दर्शाता है। यह जानकर बहुत अच्छा लगा कि इस पवित्र त्योहार को यूनेस्को की #IntangibleHeritage सूची में अंकित किया गया है। हर भारतीय इस पर गौरवान्वित है।’